
चंडीगढ़, 15 जून 2025। सांसद और कांग्रेस महासचिव रणदीप सिंह सुरजेवाला ने हरियाणा लोक सेवा आयोग (HPSC) और नायब सैनी सरकार पर तीखा हमला करते हुए कहा कि HPSC अब ‘हेराफेरी’, ‘धांधली’ और ‘गड़बड़झाले’ का अड्डा बन चुका है। सुरजेवाला ने असिस्टेंट प्रोफेसर भर्ती परीक्षा में लगातार सामने आ रही अनियमितताओं को लेकर सरकार की तथाकथित पारदर्शिता को आड़े हाथों लिया और सीधी मांग रखी कि HPSC को तत्काल बर्खास्त किया जाए, परीक्षा प्रक्रिया की न्यायिक जांच हो, दोषी अधिकारियों पर कार्रवाई की जाए और परीक्षाएं पुनः आयोजित की जाएं।
असिस्टेंट प्रोफेसर भर्ती पर सीधा हमला
सुरजेवाला ने कहा कि 2019 से लंबित असिस्टेंट प्रोफेसर भर्ती को लेकर लाखों युवा वर्षों से इंतज़ार कर रहे थे, लेकिन जब HPSC ने 2024 में 2424 पदों के लिए भर्ती प्रक्रिया शुरू की, तो वह गड़बड़ियों का पर्याय बन गई।
उन्होंने बताया कि—
- 29 मई 2025: पॉलिटिकल साइंस के पेपर की सील टूटी मिली।
- 1 जून 2025: हिंदी के पेपर में 6 सील टूटीं और 27 प्रश्न गलत पाए गए।
- 3 जून 2025: भारी दबाव के बाद HPSC ने हिंदी का पेपर रद्द किया।
- 8 जून 2025: जियोग्राफी के पेपर में 32 प्रश्न बिहार लोक सेवा आयोग (BPSC) से हूबहू नकल किए गए।
पेपर नकल की पूरी ‘क्रोनोलॉजी’

रणदीप सुरजेवाला ने दावा किया कि HPSC द्वारा लिए गए जियोग्राफी, हिंदी और इतिहास विषयों के पेपर में बड़े पैमाने पर अन्य राज्यों के प्रश्नों की नकल की गई है।
- जियोग्राफी पेपर में 26 प्रश्न सीधे BPSC से और 6 आंशिक रूप से नकल किए गए।
- इतिहास के पेपर में 22 प्रश्न छत्तीसगढ़ लोक सेवा आयोग और 16 प्रश्न उत्तराखंड SET परीक्षा से उठाए गए।
- उन्होंने स्पष्ट किया कि छत्तीसगढ़ के गलत प्रश्नों को भी हूबहू शामिल कर लिया गया – यह नकल की गंभीरता का प्रमाण है।
‘अटैची रिश्वत कांड’ की भी याद दिलाई
रणदीप ने 17 नवंबर 2021 को हुए HPSC रिश्वत कांड को भी उठाया, जिसमें HPSC सचिव अनिल नागर के कार्यालय से ₹1.08 करोड़ नकद और OMR शीट्स बरामद की गई थीं। उन्होंने कहा कि भ्रष्टाचार के इतने स्पष्ट प्रमाणों के बावजूद आयोग को न तो भंग किया गया और न ही चेयरमैन आलोक वर्मा पर कोई कार्रवाई हुई।
बिहार से ‘आयातित’ चेयरमैन पर सवाल
सुरजेवाला ने कटाक्ष करते हुए कहा कि HPSC को “हेराफेरी सर्विस कमीशन” बना दिया गया है और इसके अध्यक्ष आलोक वर्मा को बिहार से आयात कर थोप दिया गया है, जिससे अब प्रश्नपत्रों की नकल भी बिहार से ही आ रही है।
उठाईं पांच बड़ी मांगें
रणदीप सिंह सुरजेवाला ने नायब सैनी सरकार और HPSC के खिलाफ पाँच ठोस मांगें रखीं:
- HPSC को तत्काल बर्खास्त किया जाए।
- असिस्टेंट प्रोफेसर की सभी परीक्षाएं पारदर्शिता से दोबारा आयोजित की जाएं।
- न्यायिक जांच बैठाई जाए जिससे हेराफेरी और मिलीभगत की असलियत सामने आए।
- एक स्वतंत्र विशेषज्ञ समिति बनाई जाए जो प्रश्नपत्र निर्माण की जिम्मेदारी तय करे।
- दोषी अधिकारियों पर सख्त कार्रवाई हो, चाहे वे किसी भी स्तर पर हों।
युवाओं के भविष्य के साथ खिलवाड़
उन्होंने कहा कि आज जब हरियाणा का युवा अपने करियर को लेकर गंभीर है, वहीं सरकार और HPSC उसके भविष्य के साथ खुला खिलवाड़ कर रहे हैं। पेपर लीक, नकल और गड़बड़ियों के ऐसे उदाहरणों ने हरियाणा की पूरी भर्ती प्रणाली को हास्यास्पद और अविश्वसनीय बना दिया है।
निष्कर्ष
रणदीप सुरजेवाला ने साफ चेताया कि यदि सरकार ने समय रहते कड़े कदम नहीं उठाए तो कांग्रेस पार्टी पूरे हरियाणा में इस मुद्दे को लेकर जनआंदोलन खड़ा करेगी।