“7 एकड़ में वाटर टैंक से नहीं सुलझेगी रेवाड़ी की प्यास” – सरकार से सीधा सवाल

रेवाड़ी, 16 जून। स्वयंसेवी संस्था ग्रामीण भारत के अध्यक्ष वेदप्रकाश विद्रोही ने रेवाड़ी में अधूरी विकास योजनाओं और सरकारी उपेक्षा को लेकर प्रदेश सरकार, विशेषकर मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी पर तीखा हमला बोला है। उन्होंने सवाल किया कि क्या रेवाड़ी जैसे बड़े और बढ़ती आबादी वाले शहर की पेयजल समस्या मात्र 7 एकड़ भूमि पर बने वाटर टैंक से हल हो पाएगी?
विद्रोही ने आरोप लगाया कि जनस्वास्थ्य विभाग की रिपोर्ट के अनुसार शहर की जल आपूर्ति व्यवस्था को सुदृढ़ करने के लिए कम से कम 80 एकड़ भूमि की आवश्यकता है, लेकिन सरकार पिछले 11 वर्षों से जनता को प्यासा छोड़ रही है।
भूमि अधिग्रहण न करना सरकार की आदत बन गई है
वेदप्रकाश विद्रोही ने कहा कि भाजपा सरकार की हर योजना का आधार “मुफ्त भूमि” बन गया है। जिला पुस्तकालय, 200-बेड का सामान्य अस्पताल, राजकीय बॉयज कॉलेज, पाली-गोठड़ा सैनिक स्कूल भवन – सभी परियोजनाएं भूमि के अभाव में वर्षों से लंबित पड़ी हैं। उन्होंने तंज कसते हुए कहा कि “बातें बड़ी-बड़ी और जमीन ज़रा भी नहीं।”
कांग्रेस कार्यकाल में अधिग्रहित जमीन पर भाजपा को लगा 11 साल
मुख्यमंत्री द्वारा हाल ही में उद्घाटित फिदेड़ी की जिला जेल को लेकर भी विद्रोही ने खुलासा किया कि इसकी भूमि अधिग्रहण कांग्रेस सरकार के समय हुई थी, लेकिन भाजपा सरकार को इसका निर्माण पूरा करने में 11 वर्ष लग गए।
उन्होंने कोसली नर्सिंग कॉलेज का भी जिक्र किया, जिसकी घोषणा को 8 साल हो चुके हैं, लेकिन भवन अभी तक अधूरा है।
मसानी बैराज की सफाई और गंदे पानी पर सरकार मौन
विद्रोही ने मसानी बैराज की ओर इशारा करते हुए कहा कि फैक्ट्रियों के गंदे पानी को रोकने के लिए वादा किया गया ट्रीटमेंट प्लांट पिछले 5 वर्षों से केवल कागज़ों में है। वहीं, जिले में स्वतंत्रता सेनानी राव तुलाराम के नाम पर स्मारक और मेडिकल कॉलेज भी अब तक सिर्फ घोषणाओं में सिमटे हुए हैं।
“अहीरवाल को सिर्फ वादे, काम नहीं”
विद्रोही ने क्षेत्रीय सांसद राव इन्द्रजीत सिंह और उनकी बेटी आरती राव को भी आड़े हाथों लेते हुए कहा कि वे भाजपा सरकार में केवल ‘सजावटी कठपुतली मंत्री’ की भूमिका निभा रहे हैं।
राव तुलाराम की मूर्ति को उचित स्थान पर स्थापित न किया जाना, नबीसपुर में शहीदों के स्मारक का न बन पाना और मेडिकल कॉलेज का अपने पूर्वजों के नाम पर न हो पाना, इनकी राजनीतिक प्रभावहीनता को दर्शाता है।
मुख्यमंत्री की रैली में ही हुआ भाजपा की ‘सच्चाई’ का पर्दाफाश
विद्रोही ने कहा कि रेवाड़ी रैली में राव इन्द्रजीत द्वारा कामों की बात उठाना और मुख्यमंत्री द्वारा उन्हें “सबकी सरकार” का जवाब देना, यह दिखाता है कि भाजपा नेतृत्व अहीरवाल की अपेक्षाओं को प्राथमिकता नहीं देता।
“भाजपा से मिले सिर्फ वादे, विकास नहीं”
वेदप्रकाश विद्रोही का कहना है कि अहीरवाल ने भाजपा को एकतरफा समर्थन दिया, लेकिन बदले में उपेक्षा, जुमले और अधूरी परियोजनाएँ मिलीं। उन्होंने चेतावनी दी कि अगर सरकार ने अब भी क्षेत्रीय विकास और जनहित के कार्यों को प्राथमिकता नहीं दी, तो जनता को जल्द निर्णय लेना होगा।