– नगर निगम गुरुग्राम, नगर परिषद सोहना व पटौदी-जाटौली मंडी तथा नगर पालिका फरुखनगर क्षेत्र में स्वच्छता कर्मियों को मास्क व दस्ताने किए गए वितरित

गुरुग्राम, 16 जून। नगर निगम गुरुग्राम, नगर परिषद सोहना व पटौदी-जाटौली मंडी तथा नगर पालिका फरुखनगर में स्वच्छता पखवाड़ा प्रभावी रूप से चल रहा है। शहरी स्थानीय निकाय विभाग हरियाणा के दिशा-निर्देशों के अनुरूप 1 जून से शुरू हुआ यह अभियान 21 जून तक चलेगा, जिसमें प्रतिदिन विभिन्न स्वच्छता गतिविधियों का आयोजन किया जा रहा है।
सोमवार को अभियान का 16वां दिन था, जो स्वच्छता कर्मियों के स्वास्थ्य को समर्पित रहा। इस अवसर पर स्वच्छता कर्मियों को मास्क और दस्ताने वितरित किए गए ताकि वे धूल और गंदगी से बचाव करते हुए अपनी जिम्मेदारियों का निर्वहन कर सकें। अभियान के तहत स्वच्छता टीमों द्वारा वार्ड स्तर पर नियमित रूप से कचरा उठाना, सार्वजनिक स्थानों की सफाई, नालियों की सफाई और स्वच्छता जागरूकता जैसी गतिविधियों को निरंतर आयोजित किया जा रहा है। आमजन को भी इस अभियान में भाग लेने और अपने आसपास स्वच्छता बनाए रखने के लिए प्रेरित किया जा रहा है।
नगर निगम गुरुग्राम के आयुक्त प्रदीप दहिया ने बताया कि स्वच्छता कर्मी हमारे शहर को साफ-सुथरा रखने की रीढ़ हैं। उनका स्वास्थ्य हमारी प्राथमिकता है और इसलिए अभियान के दौरान उनके लिए आवश्यक सुरक्षात्मक उपकरण उपलब्ध कराए जा रहे हैं।
उल्लेखनीय है कि शहरी स्थानीय निकाय विभाग द्वारा जारी दिशा-निर्देशों की पालना में चलाया जा रहा यह स्वच्छता पखवाड़ा निश्चित ही एक सराहनीय पहल है, जो न केवल शहर को स्वच्छ बनाए रखने की दिशा में कारगर है, बल्कि स्वच्छता कर्मियों के स्वास्थ्य और सम्मान के प्रति भी एक गंभीर सोच को दर्शाता है। मास्क और दस्ताने वितरित करना मात्र एक प्रतीकात्मक कदम नहीं है, यह संदेश है कि वे लोग जो समाज की गंदगी उठाते हैं, उनके लिए समाज को संवेदनशील बनना होगा।
हालांकि यह अभियान सरकार और स्थानीय निकायों की पहल से चल रहा है, लेकिन इसकी असली सफलता तभी संभव है जब नागरिक भी अपनी भूमिका ईमानदारी से निभाएं। स्वच्छता केवल सफाई कर्मियों की जिम्मेदारी नहीं है, यह हर उस व्यक्ति की जवाबदेही है जो समाज में रहता है। गली-मोहल्लों में कचरा न फैलाना, सार्वजनिक स्थानों को साफ रखना, कचरे को उचित स्थान पर डालना और पौधारोपण जैसे छोटे-छोटे कदम बड़ा बदलाव ला सकते हैं। गुरुग्राम जैसे तेजी से विकसित हो रहे शहरों को स्वच्छ और सुंदर बनाए रखने के लिए नागरिक सहभागिता अत्यंत आवश्यक है।