रिहायशी इलाकों में कॉमर्शियल इक्विटी पर नोटिस, वहीं इंडस्ट्रियल इक्विटी पर प्रशासन मौन क्यों?

गुरुग्राम, 16 जून। गुरुग्राम में चल रही डीटीपी (नगर एवं ग्राम आयोजना विभाग) की अतिक्रमण विरोधी कार्रवाई को लेकर समाजसेवी इंजीनियर गुरिंदरजीत सिंह ने गंभीर सवाल खड़े किए हैं। उन्होंने कहा कि जहां एक ओर रिहायशी क्षेत्रों में कॉमर्शियल गतिविधियों पर नोटिस चिपकाए जा रहे हैं, वहीं दूसरी ओर उन्हीं रिहायशी क्षेत्रों में चल रही अवैध इंडस्ट्रियल इक्विटी पर प्रशासन मौन है। यह दोहरा रवैया समझ से परे है।

“इंफोर्समेंट हो निष्पक्ष, न कि एकतरफा” – गुरिंदरजीत सिंह

गुरिंदरजीत सिंह ने कहा कि डीटीपी द्वारा अतिक्रमण के खिलाफ कार्रवाई करना स्वागतयोग्य कदम है, लेकिन यह कार्रवाई निष्पक्ष और सभी पर समान रूप से लागू होनी चाहिए। उन्होंने आरोप लगाया कि अब तक की कार्रवाई मुख्यतः गरीब और मध्यमवर्गीय परिवारों के खिलाफ की गई है, जबकि बड़े और प्रभावशाली लोगों द्वारा किए गए अतिक्रमण पर आंख मूंद ली गई है।

कॉमर्शियल इक्विटी पर नोटिस, इंडस्ट्रियल इक्विटी पर खामोशी क्यों?

गुरिंदरजीत सिंह ने डीएलएफ क्षेत्र के उदाहरण देते हुए बताया कि रिहायशी क्षेत्रों में बिना चेंज ऑफ लैंड यूज़ (CLU) के चल रही कॉमर्शियल गतिविधियों पर तो नोटिस जारी किए गए, लेकिन उन्हीं इलाकों में चल रही अवैध फैक्ट्रियों पर कोई कार्रवाई नहीं हो रही।
उन्होंने सवाल किया:

  • क्या इन फैक्ट्रियों के पास CLU है?
  • क्या इनके पास फायर NOC, पॉल्यूशन बोर्ड की अनुमति और अन्य वैध दस्तावेज हैं?
  • क्या इंडस्ट्रियल वेस्ट के निपटान की प्रक्रिया पर्यावरण मानकों के अनुसार है?

सूरी ऑटो प्राइवेट लिमिटेड पर कार्रवाई क्यों नहीं?

बसई क्षेत्र की सूरी ऑटो प्राइवेट लिमिटेड फैक्ट्री का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि 23 मई 2025 को इस फैक्ट्री से जहरीली गैस का रिसाव हुआ था, जिससे कई लोगों की तबीयत बिगड़ गई थी। इस संबंध में स्थानीय नागरिकों और कई पार्षदों द्वारा मिलकर शिकायत दी गई थी, लेकिन आज तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई।

शिकायत पर हस्ताक्षर करने वाले प्रमुख पार्षदों में शामिल हैं:

  • उषा वर्मा (वार्ड 29)
  • धर्मवीर (वार्ड 28)
  • रेखा सैनी (वार्ड 36)
  • सारिका भारद्वाज (वार्ड 33)
  • परमिंदर कटारिया (वार्ड 34)
  • दिनेश (वार्ड 7)

इसके बावजूद, प्रशासन ने फैक्ट्री को बंद करने की बजाय एक जांच कमेटी बनाकर मामला ठंडे बस्ते में डालने की कोशिश की है।

“क्या किसी और बड़े हादसे का इंतजार है?”

गुरिंदरजीत सिंह ने तीखा सवाल करते हुए कहा, “जब एक बार बड़ा हादसा हो चुका है और शासन-प्रशासन को इसकी पूरी जानकारी है, तो अब तक कार्रवाई क्यों नहीं हुई? क्या सरकार किसी और बड़े हादसे का इंतजार कर रही है?”

मांग: निष्पक्ष जांच और फैक्ट्री पर तत्काल रोक

उन्होंने गुरुग्राम प्रशासन से मांग की कि सूरी ऑटो फैक्ट्री की निष्पक्ष जांच की जाए और जांच पूरी होने तक फैक्ट्री में सभी गतिविधियां तत्काल प्रभाव से बंद की जाएं, ताकि स्थानीय लोगों को राहत मिल सके और वे बिना भय के अपने घरों में रह सकें।

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