ऋषि प्रकाश कौशिक

गुरुग्राम, 17 जून 2025 – गुरुग्राम की सफाई व्यवस्था को 100 दिन में सुधारने का वादा तो पहले ही ध्वस्त हो चुका है, अब सड़क मरम्मत कार्यों के फर्जी उद्घाटन ने जनता को और भी भ्रमित कर दिया है।
सेक्टर-4 स्थित ब्लू बेल्स स्कूल की सड़क के मरम्मत कार्य को लेकर 14 जून को एक नहीं, दो-दो उद्घाटन किए गए — वह भी विधायक और पार्षद की आपसी खींचतान के चलते।
इस दिन दोनों नेताओं ने अपने-अपने समर्थकों के साथ एक ही सड़क पर दो बार नारियल फोड़े, भारी बैनर-पोस्टर लगाए और दावा किया कि 88 लाख रुपए की मरम्मत की योजना उन्होंने ही पास करवाई है।
यानी एक तरफ पार्षद अपनी पीठ थपथपा रहे हैं, तो वहीं विधायक अपना कंधा ऊँचा दिखा रहे हैं।
जबकि सच्चाई ये है कि मुख्यमंत्री नायब सिंह और हरियाणा के मुख्य सचिव खुद गुरुग्राम के हर दौरे में प्रशासन को 15 जून तक सभी सड़कों की मरम्मत पूरी करने का आदेश दे चुके थे। लेकिन यहां तो 14 जून तक केवल उद्घाटन की रस्म निभाई गई — काम तो दूर-दूर तक शुरू ही नहीं हुआ।
आज, उद्घाटन के चार दिन बाद जब भारत सारथि टीम ने मौके पर जाकर स्थिति देखी, तो सड़क की हालत पहले से भी बदतर और हास्यास्पद मिली।
कोई निर्माण सामग्री नहीं, कोई मजदूर नहीं, कोई जेसीबी नहीं — यानी उद्घाटन के नाम पर केवल दिखावा हुआ।

इस सड़क पर FORWA के पूर्व अध्यक्ष श्री धर्म सागर का भी निवास है। बातचीत में उन्होंने तीसरा सच सामने रखा कि यह मरम्मत बजट साल 2022 से FORWA के लगातार प्रयासों से मंजूर हुआ था, तब न ये पार्षद थे, न ये विधायक।
तो फिर जनता किसे श्रेय दे? और कैसे यकीन करे कि आजकल उद्घाटन भी फर्जी हो गए हैं? क्या अब राजनीति में “झूठे वादों” के बाद “फर्जी उद्घाटन” नाम का नया भ्रष्टाचार मॉडल भी आ गया है?
बारिश ने एक और सच उजागर कर दिया। आज की हल्की बूंदाबांदी ने ही सेक्टर-4 रोड को 4 फुट पानी में डुबो दिया।
प्रशासन और नेता दोनों नाकाम, और भगवान इशारा कर रहा है कि आपदा प्रबंधन से जनता को कोई उम्मीद नहीं करनी चाहिए।
अब जनता को ही तय करना होगा कि अपने जान-माल की सुरक्षा* वह कैसे सुनिश्चित करे — क्योंकि सिस्टम केवल नारियल फोड़ने में व्यस्त है।