गुरुग्राम, 20 जून 2025 – अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस की तैयारियों के तहत आज आयुष विभाग गुरुग्राम द्वारा ताऊ देवीलाल स्टेडियम में एक भव्य योग मैराथन का आयोजन किया गया। इस आयोजन का शुभारंभ पद्मश्री सम्मानित समाजसेविका गीता जुत्सी ने झंडी दिखाकर किया। कार्यक्रम में गुरुग्राम जिला परिषद की सीईओ अंजू श्योकंद विशेष रूप से मौजूद रहीं।

इस अवसर पर जिला आयुर्वेदिक अधिकारी डॉ. मंजू कुमारी ने सभी विशिष्ट अतिथियों का तुलसी का पौधा भेंटकर स्वागत किया। उन्होंने अपने वक्तव्य में योग के महत्व पर प्रकाश डालते हुए कहा कि “योग केवल शारीरिक व्यायाम नहीं, बल्कि यह जीवनशैली में संतुलन और मानसिक शांति लाने का वैज्ञानिक साधन है।”

कार्यक्रम में योगाचार्य भूदेव, योग सहायक अजीत एवं कृष्णा ने प्रतिभागियों को योग प्रोटोकॉल का अभ्यास करवाया। योग सत्र के दौरान विभिन्न प्रकार के आसनों, प्राणायाम एवं ध्यान की क्रियाओं का प्रदर्शन किया गया।

ग्रामीण क्षेत्रों तक योग की पहुंच

डॉ. मंजू कुमारी ने जानकारी दी कि आयुष विभाग के नेतृत्व में ग्रामीण क्षेत्रों में भी योग जागरूकता कार्यक्रम चलाए जा रहे हैं, ताकि गांव-गांव तक योग के लाभ पहुंचे और जनमानस इसे अपने दैनिक जीवन में अपनाएं।

भारी संख्या में सहभागिता

योग मैराथन में लगभग 600 प्रतिभागियों ने बढ़चढ़ कर भाग लिया। युवाओं, वरिष्ठ नागरिकों और महिलाओं की उपस्थिति उल्लेखनीय रही। प्रतिभागियों को योग से होने वाले शारीरिक और मानसिक लाभ के बारे में भी जानकारी दी गई।

सहयोग और व्यवस्था

इस आयोजन में जिला प्रशासन और खेल विभाग का विशेष सहयोग रहा। कार्यक्रम के उपरांत सभी प्रतिभागियों के लिए जलपान की व्यवस्था भी आयुष विभाग द्वारा की गई, जिससे प्रतिभागियों में विशेष उत्साह देखने को मिला।

उद्देश्य और संदेश

यह आयोजन न केवल योग के प्रति जागरूकता बढ़ाने का एक प्रयास था, बल्कि इसका उद्देश्य “स्वस्थ भारत, समर्थ भारत” की भावना को आगे बढ़ाना भी था। योग मैराथन के माध्यम से आयुष विभाग ने यह संदेश दिया कि नियमित योगाभ्यास से हम न केवल अपने स्वास्थ्य को बेहतर बना सकते हैं, बल्कि जीवन में स्थायित्व, संयम और आत्मिक शांति भी प्राप्त कर सकते हैं।

आयोजकों का कहना है कि 21 जून को अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के अवसर पर भी जिला स्तर पर अनेक कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे, जिसमें आमजन से लेकर अधिकारी तक सहभागिता करेंगे।

Share via
Copy link