कांग्रेसी नेता पंकज डावर

आज जब भारत वैश्विक मंच पर एक सशक्त आर्थिक शक्ति के रूप में उभर रहा है, तो इस बुलंदी की नींव रखने वाले उन नायकों को स्मरण करना हमारा नैतिक कर्तव्य है, जिनकी दूरदृष्टि और नीतिगत साहस के बिना यह संभव नहीं था। ऐसे ही एक महान व्यक्तित्व थे – पामुलापर्ति वेंकट नरसिम्हा राव, जिनकी जयंती (28 जून) पर हम उन्हें विनम्र श्रद्धांजलि अर्पित करते हैं।
आर्थिक सुधारों के जनक
1991 का दौर भारतीय अर्थव्यवस्था के लिए एक अभूतपूर्व संकट का समय था। देश विदेशी मुद्रा संकट, राजकोषीय घाटे और वैश्विक अविश्वास की चपेट में था। तब एक सधा हुआ, शांतचित्त और दूरदृष्टा नेता प्रधानमंत्री बना—नरसिम्हा राव। उन्होंने डॉ. मनमोहन सिंह को वित्त मंत्री बनाया और उस जोड़ी ने जो परिवर्तन किया, वह आज तक भारत के आर्थिक इतिहास में ‘लीबरलाइज़ेशन, प्राइवेटाइज़ेशन और ग्लोबलाइज़ेशन’ (LPG) के नाम से जाना जाता है।
आज जो आर्थिक ताकत, वैश्विक निवेश, स्टार्टअप क्रांति और विकास की गति हम देख रहे हैं, उसकी बुनियाद 1991 से 1996 के बीच रखी गई थी।
मौन में था नेतृत्व, निर्णय में था साहस
नरसिम्हा राव का नेतृत्व शैली शोरगुल से परे थी। वे ‘साइलेंट परफॉर्मर’ थे। उनकी चुप्पी में रणनीति थी, और उनके निर्णयों में देश के भविष्य की स्पष्ट झलक। चाहे बाबरी विध्वंस का संवेदनशील समय हो, या विदेशी नीति में संतुलन की आवश्यकता, राव ने हमेशा संविधान, लोकतंत्र और राष्ट्रहित को प्राथमिकता दी।
निष्ठावान कांग्रेसी और गांधी-नेहरू विचारधारा के संवाहक
नरसिम्हा राव न केवल एक कुशल प्रशासक थे, बल्कि गांधी, नेहरू और इंदिरा गांधी की विचारधारा के प्रति गहरी निष्ठा भी रखते थे। वे आजीवन कांग्रेस पार्टी के समर्पित सिपाही रहे और भारतीय संस्कृति, भाषा और साहित्य के प्रकांड विद्वान भी। वे 10 से अधिक भाषाओं में पारंगत थे और एक गहरे चिंतनशील लेखक भी थे।
उनकी आस्था भारत की विविधता, सहिष्णुता और लोकतांत्रिक मूल्यों में थी। उन्होंने राजनीति को सत्ता नहीं, सेवा का माध्यम माना।
कृतज्ञ भारत का नमन
आज जब भारत आर्थिक विकास के नए आयाम छू रहा है, तब यह स्वीकार करना चाहिए कि उस ‘गुप्त नायक’ की नीति और दृष्टि के बिना यह संभव नहीं था।
पं. नरसिम्हा राव न केवल एक राजनेता थे, बल्कि भारत के आर्थिक पुनर्जागरण के एक अद्वितीय शिल्पी थे।
उनकी जयंती पर राष्ट्र उन्हें कृतज्ञता, श्रद्धा और आदर के साथ नमन करता है।