सविता बनीं राज्याध्यक्ष, उषा सरोहा महासचिव, अमिता कोषाध्यक्ष निर्वाचित

गुरुग्राम/जींद, 30 जून। अखिल भारतीय जनवादी महिला समिति (AIDWA) का 12वां राज्य स्तरीय सम्मेलन जींद के श्रीकृष्ण पैलेस, सेक्टर-9 में 28-29 जून को गरिमामयी वातावरण में सम्पन्न हुआ। दो दिवसीय सम्मेलन में संगठन के बीते तीन वर्षों के कार्यों की समीक्षा, महिला अधिकारों से जुड़े मुद्दों पर प्रस्ताव पारित किए गए और भावी कार्ययोजना को लेकर नीतिगत निर्णय लिए गए। सम्मेलन का समापन हर्षोल्लास, नृत्य और गीतों के बीच हुआ।

अमिता

सम्मेलन में राज्य महासचिव उषा सरोहा ने संगठन की रिपोर्ट प्रस्तुत करते हुए कहा कि पिछले तीन वर्षों में महिलाओं पर हिंसा के मामले चिंताजनक रूप से बढ़े हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि सत्ताधारी दल से जुड़े कई बड़े नेता स्वयं महिला उत्पीड़न में संलिप्त पाए गए हैं, जो लोकतंत्र और समाज दोनों के लिए गंभीर चिंता का विषय है।

प्रस्ताव व संघर्ष का संकल्प

सम्मेलन में शिक्षा, स्वास्थ्य, रोजगार, महिलाओं से जुड़े सरकारी वादों की पूर्ति, हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय में छात्र उत्पीड़न, फिलिस्तीन-क्यूबा समर्थन और महिला अधिकारों को लेकर अनेक प्रस्ताव सर्वसम्मति से पारित किए गए। सम्मेलन ने हरियाणा सरकार पर वादाखिलाफी का आरोप लगाते हुए महिला सम्मान राशि ₹2100 के वायदे और अन्य लोकलुभावन घोषणाओं को पूरा न करने पर तीखी आलोचना की।

नवगठित राज्य कमेटी घोषित

सविता

सम्मेलन में 25 सदस्यीय राज्य कमेटी का चुनाव किया गया, जिसमें:

  • सविता को राज्याध्यक्ष
  • उषा सरोहा को महासचिव
  • अमिता को कोषाध्यक्ष
    नियुक्त किया गया।

नौ सदस्यीय सचिव मंडल में शकुन्तला जाखड़, जगमती सांगवान, भारती (उपाध्यक्ष), बबली लांबा, जरासो, बिमला घनघस (सहसचिव) को शामिल किया गया।

राष्ट्रीय नेतृत्व की गरिमामयी उपस्थितिसविता

उषा सरोहा

सम्मेलन में राष्ट्रीय उपाध्यक्ष सुभाषिनी अली सहगल, राष्ट्रीय अध्यक्ष ए.पी.के. श्रीमती, राष्ट्रीय कोषाध्यक्ष एस. पुण्यवती, तथा डॉ. जगमती सांगवान की प्रेरक उपस्थिति रही। राष्ट्रीय कोषाध्यक्ष एस. पुण्यवती ने समापन भाषण में कहा, “हम संगठन को ज़मीनी स्तर पर और मजबूत करेंगे और महिला अधिकारों के लिए संघर्ष को और तेज़ करेंगे।”

संगठनों की एकजुटता

सम्मेलन में जन आंदोलनों से जुड़े कई प्रतिनिधियों ने भी भागीदारी की और समर्थन व्यक्त किया। इनमें सर्व कर्मचारी संघ, किसान सभा, DYFI, CITU, खेत मजदूर यूनियन, विकलांग मंच, रिटायर्ड कर्मचारी संघ, ज्ञान-विज्ञान समिति, दलित अधिकार मंच और जनवादी लेखक संघ जैसे संगठनों के प्रतिनिधि प्रमुख रूप से शामिल रहे।

राष्ट्रीय सम्मेलन की तैयारी

राज्य महासचिव उषा सरोहा ने बताया कि दिसंबर 2025 या जनवरी 2026 में होने वाले राष्ट्रीय सम्मेलन में हरियाणा से 11 महिला प्रतिनिधि भाग लेंगी। उन्होंने सम्मेलन की सफलता के लिए सभी प्रतिभागियों का धन्यवाद किया और स्थानीय इकाइयों से जनसंघर्ष को और प्रभावी बनाने का आह्वान किया।

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