विवाह में परिवार की सहमति और जनसंख्या नियंत्रण जरूरी: हिन्दू एकता वाहिनी की मांग को बताया तार्किक

हिसार, 2 जुलाई। भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता एवं पूर्व जिला महामंत्री सुरेश गोयल ‘धूप वाला’ ने समान नागरिक संहिता (UCC) को शीघ्र लागू करने की पुरज़ोर मांग की है। उन्होंने कहा कि हिन्दू एकता वाहिनी द्वारा हरियाणा के 19 जिलों में महामहिम राज्यपाल को ज्ञापन सौंपकर उठाई गई यह मांग राष्ट्रीय एकता और सामाजिक समरसता की दिशा में एक अहम कदम है।
सुरेश गोयल ने प्रेस को जारी बयान में कहा कि कोर्ट मैरिज, चर्च और मस्जिद में होने वाले विवाहों में माता-पिता की लिखित सहमति अनिवार्य की जानी चाहिए। इससे न केवल पारिवारिक सहभागिता सुनिश्चित होगी, बल्कि युवाओं में जिम्मेदारी और परंपराओं के प्रति सम्मान की भावना भी विकसित होगी।
तीन से अधिक बच्चों वाले दंपतियों पर प्रतिबंध उचित
धूप वाला ने जनसंख्या नियंत्रण को देश की सबसे बड़ी चुनौतियों में से एक बताते हुए कहा कि तीन से अधिक बच्चों वाले दंपतियों को सरकारी सुविधाओं और मतदान के अधिकार से वंचित किया जाना चाहिए।
“देश के सीमित संसाधनों पर अत्यधिक दबाव और बेरोजगारी की जड़ यही अनियंत्रित जनसंख्या है।” — सुरेश गोयल
उत्तराखंड बना उदाहरण, अब हरियाणा और भारत को आगे आना चाहिए
उन्होंने कहा कि उत्तराखंड में समान नागरिक संहिता का सफल क्रियान्वयन एक मिसाल है, और अब समय आ गया है कि हरियाणा सहित पूरे भारत में इसे अपनाया जाए।
एक गोत्र विवाह पर रोक हो UCC में शामिल
गोयल ने यह भी कहा कि हिंदू परंपरा में एक ही गोत्र में विवाह वर्जित है, और यह केवल धार्मिक आस्था नहीं, बल्कि वैज्ञानिक एवं जैविक दृष्टिकोण से भी तार्किक है। उन्होंने सुझाव दिया कि इस प्रावधान को भी समान नागरिक संहिता का हिस्सा बनाया जाना चाहिए।
एक राष्ट्र, एक कानून की दिशा में ठोस कदम उठाए सरकार
सुरेश गोयल ने केंद्र सरकार से आग्रह किया कि वह ‘एक राष्ट्र-एक कानून’ की भावना को साकार करे और समान नागरिक संहिता को शीघ्र लागू करने की दिशा में निर्णायक कार्यवाही करे।