श्रमिक संगठनों ने उठाई पुरानी पेंशन, न्यूनतम वेतन व ठेका प्रथा खत्म करने की मांग
गुरुग्राम, 3 जुलाई (अशोक)। हरियाणा की प्रमुख ट्रेड यूनियनों और श्रमिक संगठनों की राज्य स्तरीय कन्वेंशन का आयोजन वीरवार को शीतला माता मंदिर के पास प्रजापति धर्मशाला परिसर में किया गया। यह कन्वेंशन आगामी 9 जुलाई को प्रस्तावित देशव्यापी मजदूर हड़ताल को सफल बनाने हेतु व्यापक रणनीति तय करने के लिए बुलाई गई थी।
कन्वेंशन की अध्यक्षता संयुक्त रूप से एटक के सतपाल नैन, हिन्द मजदूर सभा के सुबोध ग्रेवाल, सीटू की रानी, इंटक के संदीप कुमार, एआईयूटीयूसी के श्रवण कुमार गुप्ता और मारुति मजदूर संघ के राजेश शर्मा ने की। कार्यक्रम में विभिन्न यूनियनों के प्रतिनिधियों ने भाग लिया।
कन्वेंशन की प्रमुख मांगे:
- लेबर कोड्स को तुरंत वापस लिया जाए
- ठेका प्रथा बंद कर स्थायी रोजगार दिया जाए
- न्यूनतम वेतन ₹26,000 प्रति माह किया जाए
- मनरेगा में 200 दिन काम व ₹800 दैनिक मजदूरी लागू हो
- पुरानी पेंशन योजना बहाल की जाए
- निर्माण श्रमिकों को बोर्ड से सुविधाएं मिलें
- निजीकरण की प्रक्रिया पर रोक लगे
एटक के राज्य महासचिव अनिल पंवार ने बताया कि कन्वेंशन में तय किया गया कि 9 जुलाई की देशव्यापी हड़ताल को हर हाल में सफल बनाया जाएगा। इसके लिए पूरे प्रदेश में जागरूकता और जनसंपर्क अभियान चलाए जा रहे हैं।
बैठक को एटक के चेयरमैन बेचू गिरी, हिंद मजदूर सभा के एसडी त्यागी, सीटू अध्यक्ष जयभगवान, एआईयूटीयूसी के हरि प्रकाश, इंटक के एसएन दहिया ने भी संबोधित किया। सभी वक्ताओं ने श्रमिक हितों की अनदेखी करने के लिए केंद्र व राज्य सरकार की आलोचना की और संयुक्त संघर्ष का आह्वान किया।
इन नेताओं ने भी रखा पक्ष:
ऊषा सरोहा , वीएस यादव, जसपाल राणा, कुलदीप सिंह, बलवान सिंह, अजीत कुमार, विनोद कुमार, फूल सिंह इंदौरा, धर्मेन्द्र, सतीश नाहड़, सुरेन्द्र कुमार आदि।
बैठक में एटक, इंटक, सीटू, एचएमएस, एआईयूटीयूसी और लगभग 30 औद्योगिक यूनियनों के प्रतिनिधि शामिल हुए। सभी ने एक स्वर में मजदूर विरोधी नीतियों का विरोध करने और संघर्ष को तेज करने का संकल्प लिया।