2026 के अंत तक होगा पूरा, जापानी जीवनशैली की झलक देगा यह अत्याधुनिक टाउनशिप

गुरुग्राम, 8 जुलाई 2025: भारत और जापान के रिश्तों को नई ऊंचाई देने जा रही एक अनूठी पहल के तहत गुरुग्राम के सेक्टर 81 में जापानी जीवनशैली से परिपूर्ण पहला आवासीय टाउनशिप “एजू जापान टाउन” आकार ले रहा है। यह महत्वाकांक्षी प्रोजेक्ट जापान के पारंपरिक सांस्कृतिक अनुभव और आधुनिक जीवनशैली का अद्वितीय संगम होगा।

4 जुलाई को रखी गई आधारशिला
प्रोजेक्ट की नींव 4 जुलाई 2025 को एक भव्य समारोह में रखी गई, जिसमें जापान दूतावास, जेट्रो, जेआईसीए, JCCII और जापानी कंपनियों के प्रतिनिधियों की उपस्थिति रही। कार्यक्रम में प्रमुख रूप से सुश्री क्योको होकुगो (जापान दूतावास), हीरोयुकी नाकानो (जेट्रो), अकीरा कुरियामा (JICA), गजेन्द्र (कोनिचिवा क्लब) और संजीव आहूजा (ACN नेटवर्क) शामिल हुए।

क्या होगा खास ‘एजू जापान टाउन’ में?
यह प्रोजेक्ट सिर्फ एक आवासीय परिसर नहीं, बल्कि जापानी संस्कृति का जीवंत प्रतीक होगा। इसमें होंगे:

  • पारंपरिक जापानी सार्वजनिक स्नानघर, सॉना-स्टीम रूम
  • जापानी रेस्टोरेंट, कैफे और स्पा
  • कराओके, गोल्फ ड्राइविंग रेंज, जिम
  • बिजनेस सुविधाएं जैसे मीटिंग रूम, बैंक्वेट हॉल, और कार्य केंद्र
  • 1-BHK से लेकर 4-BHK तक के कुल 128 लग्ज़री अपार्टमेंट्स

जापानियों की पसंद – गुरुग्राम
एजू रयोकेन ग्रुप के प्रबंध निदेशक परकाश यादव ने कहा, “यह सांस्कृतिक सेतु है जो भारत में जापान की आत्मा को जीवंत करेगा। हमारी योजना भविष्य में भारत के अन्य शहरों में भी ऐसे टाउनशिप विकसित करने की है।”

गुरुग्राम में पहले से ही हजारों जापानी नागरिक रहते हैं, और मानेसर, बावल, अहमदाबाद समेत आठ स्थानों पर जापानी-केवल होटल्स के जरिए यह समूह पिछले 16 वर्षों से सेवा दे रहा है।

सांस्कृतिक जुड़ाव और सामुदायिक जीवन का अनुभव
प्रोजेक्ट के निदेशक इंदर यादव ने बताया, “हमने सिर्फ घर नहीं, एक ऐसा माहौल देने का सपना देखा है जहां जापानी परिवारों को अपनापन महसूस हो। यह टाउनशिप सामुदायिक भावना को भी बढ़ावा देगा।”

2026 तक होगा पूरा, बनेगा भारत-जापान सहयोग का नया प्रतीक
प्रोजेक्ट के 2026 के अंत तक पूरा होने की उम्मीद है। यह टाउनशिप जापानी नागरिकों के लिए भारत में सुरक्षित, सुसज्जित और सांस्कृतिक रूप से समृद्ध जीवनशैली प्रदान करने वाला एक अनूठा केंद्र बनेगा — और भारत-जापान मित्रता का प्रतीक भी।

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