इंजीनियरिंग व स्वच्छता टीमें रात्रि से ही जल निकासी सुनिश्चित करने में जुटी दिखाई दी


गुरुग्राम, 10 जुलाई। बुधवार की रात्रि तथा वीरवार की सुबह गुरुग्राम में हुई भारी बरसात के दौरान विभिन्न स्थानों पर जलभराव की स्थिति से निपटने के लिए नगर निगम गुरुग्राम की टीम लगातार सक्रिय रही, जिसके परिणाम स्वरूप नागरिकों को काफी राहत मिली। नगर निगम गुरुग्राम के आयुक्त प्रदीप दहिया के निर्देश पर निगम टीमें बरसात शुरू होते ही रात के समय ही मौके पर पंप व मशीनरी के साथ जल निकासी व्यवस्था करने में जुट गई। वहीं, स्वच्छता शाखा की टीमें भी अलग-अलग स्थानों पर ड्रेनेज, जीटी की सफाई सुनिश्चित करते हुए दिखी। टीमों ने बहरामपुर, साउथ सिटी-2, शीतला माता रोड, लक्ष्मण विहार, गुलमोहर पार्क, सिल्वर जुबली पार्क, विपुल वर्ल्ड, रोजवुड सिटी, सुशांत लोक-3, सेक्टर-48, फाजिलपुर झाड़सा, हाउसिंग बोर्ड कॉलोनी, अशोक विहार फेज-3, सेक्टर-39, 40, अशोक विहार, सेक्टर-7, सेक्टर-10, 10 ए, बसई रोड़, सेक्टर-28, एमजी रोड, मदनपुरी रोड, सेक्टर-15 पार्ट-1 व पार्ट-2 सहित जलभराव के सभी स्थानों पर सक्रियता दिखाई तथा पानी निकासी की व्यवस्था में जुटी रही।
स्वच्छता टीमों का सराहनीय प्रयास


नगर निगम गुरुग्राम की स्वच्छता टीमों ने भी उत्कृष्ट प्रदर्शन करते हुए ना केवल जल निकासी व्यवस्थाओं में सहयोग किया, बल्कि सडक़ों, गार्बेज वर्नेबल प्वाइंट सहित सार्वजनिक स्थानों की सफाई भी सुनिश्चित की। स्वच्छता कर्मियों की टीम रात के समय ही फील्ड में उतर गई तथा जल निकासी के साथ-साथ सफाई व्यवस्था को दुरुस्त व बेहतर बनाने की अपनी जिम्मेदारियों का निर्वहन किया।
बागवानी शाखा ने टूटे पेड़ों को हटाकर व्यवस्था की बहाल
नगर निगम गुरुग्राम की बागवानी शाखा ने भी बरसात के दौरान पूरी सक्रियता दिखाई तथा आंधी व बरसात के कारण टूटे पेड़ों को उठाकर सुगम यातायात व्यवस्था बनाने में अपना योगदान दिया। नगर निगम गुरुग्राम के पास 16 स्थानों पर पेड़ गिरने की शिकायत आई। टीम ने त्वरित कार्रवाई शुरू की तथा व्यवस्था को सुगम बनाया।
अधिकारियों की फील्ड में मौजूदगी से बढ़ा टीमों का मनोबल


बरसात शुरू होते ही ना केवल कर्मचारी फील्ड में उतरे बल्कि अतिरिक्त निगमायुक्त यश जालुका, संयुक्त आयुक्त विशाल कुमार, डा. जयवीर यादव, डा. नरेश कुमार व सुमित कुमार, चीफ इंजीनियर विजय कुमार ढाका सहित सभी कार्यकारी अभियंता, सहायक अभियंता, कनिष्ठ अभियंता व वरिष्ठ सफाई निरीक्षक एवं सफाई निरीक्षकों ने भी मोर्चा संभाला। वरिष्ठ अधिकारियों की फील्ड में मौजूदगी से टीमों के मनोबल में वृद्धि हुई।
सोशल मीडिया सहित अन्य माध्यमों से मिली प्रतिक्रिया

नगर निगम गुरुग्राम की सक्रियता को देखते हुए जन प्रतिनिधियों सहित शहर के नागरिकों ने भी अपनी प्रतिक्रियाएं दी। सोशल मीडिया पर एक यूजर गौरी सरीन ने लिखा-बहुत अच्छा काम, आज सुबह ही निकली और कुछ स्थानों को छोडक़र ज्यादातर स्थान बेहतर मिले। नॉटी रिपोर्टर नामक यूजर ने लिखा पिछले साल की अपेक्षा इस बार काफी सुधार है, पानी जल्दी निकल जाता है, प्रशासन का काम सराहनीय है। एक अन्य यूजर सुमेधा शर्मा ने लिखा हालांकि बरसात ने बुनियादी सुविधाओं की समस्या को उजागर किया, लेकिन इस बार नगर निगम का रवैया कुछ अलग है। वर्षों में पहली बार कर्मचारियों को रात में शहर चलाने के लिए मौके पर कार्य करते देखा गया। निगम के नाइट रेंजर्स ने शहर को सुचारू रूप से चलाया। तेजस्वी जांगड़ा भारतीय ने लिखा एमसीजी कमिश्नर प्रदीप दहिया व टीम का धन्यवाद, विशेषकर जेई रविन्द्र व सुपरवाइजर साहिल का, जिन्होंने पूरी रात जलभराव हटाने में मेहनत की। निगमायुक्त का नेतृत्व सराहनीय है। पार्षद अवनीश राघव, विजय परमार, सोनिया यादव, प्रथम चन्द्र वशिष्ठ सहित आरडब्ल्यूए सेक्टर-22 ए, 22 बी, सेक्टर-31 सहित कई गणमान्य नागरिकों ने भी नगर निगम के प्रयासों को सराहा। मेरा भारत महान नामक यूजर ने लिखा कि नगर निगम ने इस वर्ष मानसून की पहली बड़ी बरसात की चुनौति का सफलता से सामना किया है। इस प्रयास ने यह स्पष्ट कर दिया है कि अगर प्रशासन सजग हो और टीमवर्क मजबूत, तो कोई भी आपदा बड़ी नहीं होती।
नगर निगम गुरुग्राम की नागरिकों से अपील
नगर निगम गुरुग्राम के आयुक्त प्रदीप दहिया ने कहा कि बरसात शुरू होते ही निगम की टीमें सक्रिय हो गई और रातभर फील्ड में डटी रही। आगामी बरसात को देखते हुए निगम की टीमों को अलर्ट मोड पर रखा गया है और कंट्रोल रूम सक्रिय रूप से निगरानी कर रहे हैं। हम सभी गुरुग्राम वासियों से अपील करते हैं कि सीवरेज व ड्रेनेज लाइन में कचरा, प्लास्टिक या कोई भी अवांछनीय वस्तु ना डालें। इससे जल निकासी व्यवस्था बाधित होती है और जलभराव की स्थिति गंभीर बन सकती है। यदि कोई ऐसा करता पाया जाता है, तो उसके विरुद्ध कानूनी कार्रवाई के साथ-साथ जुर्माना भी लगाया जाएगा। शहर यहां के नागरिकों का है तथा इसे बेहतर बनाने में सभी योगदान दें। शहर को गंदा करने वालों या नुकसान पहुंचाने वालों पर नजर बनाए रखें। सभी नागरिक मेरा शहर-मेरी जिम्मेदारी की भावना के तहत सरकार व निगम का सहयोग करें।