सिरसा सांसद का आरोप — अरबों खर्च कर भी जनता को नहीं मिली राहत, स्मार्ट सिटी बन गई मज़ाक
चंडीगढ़, 10 जुलाई। हरियाणा में भारी बारिश के चलते उत्पन्न जलभराव और बदहाल सड़कों की स्थिति को लेकर कांग्रेस की वरिष्ठ नेता, पूर्व केंद्रीय मंत्री एवं सिरसा से सांसद कुमारी सैलजा ने राज्य सरकार पर जमकर निशाना साधा है। उन्होंने कहा कि स्मार्ट सिटी योजना के नाम पर सरकार ने जनता के साथ मज़ाक किया है। अरबों रुपये खर्च होने के बावजूद अधिकतर शहरों में जल निकासी और सीवर व्यवस्था चरमरा गई है।
सैलजा ने मीडिया को जारी बयान में कहा कि प्रदेश के छोटे कस्बों से लेकर बड़े शहरों तक हर जगह टूटी सड़कों, जलभराव और सीवर जाम ने आमजन का जीवन संकट में डाल दिया है। उन्होंने तंज कसते हुए कहा, “इस प्रदेश में शहर नहीं, सिर्फ ब्यूरोक्रेसी स्मार्ट होती जा रही है।”
उन्होंने कहा कि 11 वर्षों से भाजपा की सरकार सत्ता में है, लेकिन अब तक केवल नाम बदलने और योजनाओं के प्रचार में ही ऊर्जा खर्च की गई है। कुमारी सैलजा ने सिरसा, फतेहाबाद, हिसार, पानीपत, यमुनानगर, अंबाला और गुरुग्राम जैसे शहरों का हवाला देते हुए कहा कि बारिश होते ही सड़कों पर नाव चलने जैसी स्थिति बन जाती है।
गुरुग्राम जैसे स्मार्ट सिटी में टापू जैसे हालात
सैलजा ने कहा कि गुरुग्राम, फरीदाबाद, करनाल और पानीपत जैसे शहरों को स्मार्ट सिटी योजना में शामिल किया गया, लेकिन आज स्थिति यह है कि एक मामूली बारिश से ही सड़कें दरिया बन जाती हैं और घरों तक में पानी घुस जाता है। उन्होंने कहा, “गुरुग्राम में जलभराव देखकर लगता है कि हम टापू पर आ गए हों या शहर में बाढ़ आ गई हो।”
भ्रष्टाचार के आरोप और जांच की मांग
सांसद ने आरोप लगाया कि स्मार्ट सिटी योजनाओं में खर्च हुआ बजट भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ गया। उन्होंने स्वतंत्र एजेंसी से जांच की मांग की और कहा कि सरकार को जनता को जवाब देना होगा कि अरबों रुपये कहां खर्च हुए।
उन्होंने राज्य सरकार से निम्नलिखित मांगे की:
- जलभराव वाले क्षेत्रों से तत्काल पानी निकासी की व्यवस्था की जाए।
- सीवर व नालों की नियमित और समयबद्ध सफाई सुनिश्चित की जाए।
- स्मार्ट सिटी के अंतर्गत हुए खर्च की स्वतंत्र जांच कराई जाए।
- बारिश से प्रभावित लोगों को तुरंत राहत और मुआवजा दिया जाए।
कांग्रेस जनहित में आवाज उठाती रहेगी
कुमारी सैलजा ने कहा कि कांग्रेस पार्टी आम जनता की समस्याओं को हर मंच पर उठाती रही है और आगे भी उठाती रहेगी। उन्होंने सरकार से कहा कि सिर्फ कागजी कार्रवाई पर न चले, बल्कि भौतिक सत्यापन कराएं और दोषियों पर सख्त कार्रवाई करें।