CM के निर्देश की उड़ रही धज्जियाँ, ना सुरक्षा इंतजाम, ना ज़िम्मेदार अधिकारी मौक़े पर

गुरुग्राम, 10 जुलाई। बारिश के चलते गुरुग्राम के सेक्टर 4 में हालात बदतर हो गए हैं। क्षेत्र की सड़कों पर कीचड़, जलभराव और खुदाई के कारण लोगों का घर से निकलना मुश्किल हो गया है। समाजसेवी और इंजीनियर गुरिंदरजीत सिंह अर्जुन नगर ने इस स्थिति के लिए स्थानीय पार्षद, ठेकेदार और प्रशासन को कठघरे में खड़ा किया है। उन्होंने आरोप लगाया कि मुख्यमंत्री नायब सैनी के 15 जून तक सड़क मरम्मत कार्य पूरे करने के निर्देशों के बावजूद सेक्टर 4 में काम 15 जून के बाद ही शुरू किया गया, जो जनता के साथ सीधा धोखा है।

“जलभराव का केंद्र बना सेक्टर 4”

गुरिंदरजीत सिंह ने कहा कि बारिश के मौसम में खुदाई करने से जलभराव बढ़ता है और सड़कों पर आवागमन पूरी तरह प्रभावित हो जाता है। सेक्टर 4 की हालत यह है कि खुदी हुई सड़कों, कीचड़ और पानी से गलियां भर गई हैं। लोग घरों में कैद हो गए हैं और जनजीवन अस्त-व्यस्त है।

लापरवाही और भ्रष्टाचार की बू

गुरिंदरजीत सिंह ने जिन प्रमुख खामियों की ओर इशारा किया, वे इस प्रकार हैं:

  • काम की गलत टाइमिंग: सड़क निर्माण कार्य अप्रैल-मई में होना चाहिए था, लेकिन उसे मानसून के समय शुरू किया गया।
  • सूचना बोर्ड का अभाव: मौके पर न कोई प्रोजेक्ट बोर्ड, न योजना की जानकारी और न ही ठेकेदार का नाम उल्लेखित है।
  • सुपरविजन पूरी तरह नदारद: न JE, न SDO, न सुपरवाइज़र और न ही कोई ठेकेदार मौके पर दिखा।
  • सुरक्षा इंतज़ाम नहीं: खुदी हुई सड़कों पर कोई बैरिकेडिंग या चेतावनी बोर्ड नहीं लगाए गए, जिससे राहगीरों की जान को खतरा बना हुआ है।
  • जनता की अनदेखी: गुरिंदरजीत सिंह का कहना है कि “जनप्रतिनिधियों को सिर्फ वाहवाही की चिंता है, जनता की तकलीफ से किसी को सरोकार नहीं।”

जनहित में उठाई गई मांगें

गुरिंदरजीत सिंह ने प्रशासन से निम्नलिखित मांगें की हैं:

  1. सड़क निर्माण में पारदर्शिता और समयबद्धता लाई जाए।
  2. बरसात के मौसम में खुदाई पर रोक लगाई जाए।
  3. पैच वर्क कर तत्काल जनता को राहत दी जाए।
  4. सभी खुदाई स्थलों पर सुरक्षा उपाय सुनिश्चित किए जाएँ।
  5. पार्षद, अधिकारी और ठेकेदारों की जवाबदेही तय की जाए।

“जनता के साथ अन्याय है यह कार्यशैली”

समाप्ति में गुरिंदरजीत सिंह ने कहा, “गुणवत्ता, सुरक्षा और योजना के बिना किया गया कोई भी कार्य जनता के साथ अन्याय है। इस अव्यवस्था और भ्रष्टाचार के खिलाफ आवाज़ उठाना हम सबका कर्तव्य है।”

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