SI राजबीर और सिपाही रुचिका सिंह ने दिलाए देश को कुल 8 पदक, पुलिस आयुक्त ने दी बधाई

गुरुग्राम, 14 जुलाई 2025 – अमेरिका के अलबामा में आयोजित वर्ल्ड पुलिस एंड फायर गेम्स 2025 में गुरुग्राम पुलिस का परचम लहराया, जहां पुलिस विभाग से जुड़े दो खिलाड़ियों ने भारत को कुल 8 पदक दिलाए। इस गौरवपूर्ण उपलब्धि पर गुरुग्राम पुलिस आयुक्त श्री विकास अरोड़ा, IPS ने दोनों खिलाड़ियों को हार्दिक बधाई दी है।
पॉवरलिफ्टिंग में SI राजबीर का जलवा
गुरुग्राम पुलिस में तैनात सब-इंस्पेक्टर (SI) राजबीर ने पॉवरलिफ्टिंग प्रतियोगिता की बेंच प्रेस और पुश-पुल स्पर्धाओं में भाग लेते हुए 1 रजत (Silver) और 1 कांस्य (Bronze) पदक जीते। उन्होंने 45+ आयु वर्ग के 93 किलोग्राम भारवर्ग में बेंच प्रेस में 170 किलोग्राम और पुश-पुल में 235 किलोग्राम भार उठाकर यह उपलब्धि हासिल की।
SI राजबीर का खेल सफर
सोनीपत के गांव गढ़वाल, तहसील गोहाना के मूल निवासी SI राजबीर वर्ष 2000 में हरियाणा पुलिस में सिपाही के रूप में भर्ती हुए थे। वर्तमान में वे पुलिस उपायुक्त मुख्यालय, गुरुग्राम में सुरक्षा शाखा के इंचार्ज पद पर कार्यरत हैं। वे अब तक 3 अंतरराष्ट्रीय पदक (1 सिल्वर, 2 ब्रॉन्ज), 4 नेशनल पदक (3 सिल्वर, 1 ब्रॉन्ज) और 42 राज्यस्तरीय पदक (30 गोल्ड, 8 सिल्वर, 4 ब्रॉन्ज) जीत चुके हैं। इससे पहले उन्होंने मई 2023 में साउथ अफ्रीका में हुए अंतरराष्ट्रीय मुकाबले में भी एक कांस्य पदक जीता था।

रुचिका सिंह ने साइक्लिंग में जीते 5 कांस्य पदक
गुरुग्राम पुलिस की महिला उप-निरीक्षक LSI मंजू की बेटी रुचिका सिंह ने साइक्लिंग की विभिन्न स्पर्धाओं में शानदार प्रदर्शन करते हुए 5 कांस्य पदक अपने नाम किए। रुचिका का जन्म 2 जून 2004 को हरियाणा के भिवानी जिले में हुआ था। उनके शानदार प्रदर्शन को देखते हुए उन्हें 26 अगस्त 2023 को उत्तर प्रदेश पुलिस में सिपाही के पद पर नियुक्त किया गया, और वे वर्तमान में लखनऊ में तैनात हैं।
युवा पीढ़ी के लिए प्रेरणा
पुलिस आयुक्त विकास अरोड़ा ने कहा कि SI राजबीर और सिपाही रुचिका सिंह की यह उपलब्धि न केवल हरियाणा पुलिस, बल्कि राज्य और देश के युवाओं के लिए एक प्रेरणास्रोत है। इन दोनों ने यह सिद्ध किया है कि पुलिस सेवा की जिम्मेदारियों के साथ-साथ खेलों में भी उत्कृष्टता प्राप्त की जा सकती है।
संपादकीय टिप्पणी:
SI राजबीर और रुचिका सिंह की यह कामयाबी इस बात का प्रतीक है कि समर्पण और मेहनत के बल पर कोई भी मंज़िल पाई जा सकती है। पुलिस सेवा में रहकर खेलों में अंतरराष्ट्रीय पहचान बनाना सराहनीय है और यह भविष्य के युवाओं को निश्चय ही नई दिशा देगा।