गुरुग्राम, 14 जुलाई। नगर निगम गुरुग्राम ने कार्यस्थल की अनुशासनात्मक व्यवस्था को सुदृढ़ बनाने और उपस्थिति प्रणाली को पारदर्शी बनाने की दिशा में एक बड़ा कदम उठाया है। निगमायुक्त प्रदीप दहिया ने सभी ब्रांचों को निर्देश दिए हैं कि नगर निगम के समस्त अधिकारी और कर्मचारी अनिवार्य रूप से बायोमेट्रिक प्रणाली के माध्यम से अपनी उपस्थिति दर्ज करें।
निगमायुक्त ने स्पष्ट किया कि अब से सभी शाखाओं, जोन कार्यालयों, अभियंता शाखा तथा फील्ड स्तर के कर्मचारियों को कार्यालय में आते समय और जाते समय बायोमेट्रिक सिस्टम में उपस्थिति लगाना अनिवार्य होगा। यह कदम कार्य संस्कृति को और अधिक पारदर्शी, उत्तरदायी एवं समयबद्ध बनाने के उद्देश्य से उठाया गया है।
यदि कोई अधिकारी या कर्मचारी बायोमेट्रिक उपस्थिति दर्ज करने में चूक करता है, तो उसे अनुपस्थित माना जाएगा और उसके विरुद्ध आवश्यक विभागीय कार्रवाई की जाएगी। निगमायुक्त ने संबंधित शाखा प्रमुखों को यह सुनिश्चित करने का निर्देश दिया है कि सभी कर्मचारी इस प्रणाली का पालन करें और किसी भी प्रकार की लापरवाही को गंभीरता से लिया जाए।
नगर निगम गुरुग्राम लगातार अपनी कार्यप्रणाली में तकनीकी नवाचार ला रहा है। बायोमेट्रिक उपस्थिति प्रणाली के प्रभावी क्रियान्वयन से न केवल कर्मचारियों की समय पर उपस्थिति सुनिश्चित होगी, बल्कि नागरिकों को मिलने वाली सेवाओं की गुणवत्ता और समयबद्धता में भी सुधार होगा।
इसके अतिरिक्त नगर निगम गुरुग्राम में कार्यरत सफाई कर्मचारियों के लिए अब एसडब्ल्यूएम मॉनिटरिंग पोर्टल पर उपस्थिति दर्ज करना अनिवार्य कर दिया गया है। यदि कोई कर्मचारी पोर्टल पर अपनी उपस्थिति दर्ज नहीं करता है, तो उसका वेतन रोका जा सकता है।
निगमायुक्त ने कहा कि समय की पाबंदी और जवाबदेही किसी भी प्रशासनिक संस्था की पहचान होती है। नागरिकों को बेहतर सेवाएं तभी दी जा सकती हैं जब कर्मचारी पूरी निष्ठा से अपने कार्यों का निर्वहन करें। नगर निगम गुरुग्राम की यह पहल कार्यस्थलों में अनुशासन को बढ़ावा देने के साथ-साथ नागरिकों को समय पर सेवाएं उपलब्ध कराने की दिशा में एक ठोस कदम है। यह निर्णय प्रशासनिक पारदर्शिता को भी सुदृढ़ करेगा।