जिला बार एसोसिएशन की भूख हड़ताल में बोले वरिष्ठ अधिवक्ता चौधरी संतोख सिंह — कहा, टॉवर ऑफ़ जस्टिस के साथ वकीलों के लिए बहुमंजिला चैंबर्स बनाना वक्त की ज़रूरत
गुरुग्राम, 18 जुलाई — गुरुग्राम में नए न्यायिक परिसर “टॉवर ऑफ़ जस्टिस” के साथ अधिवक्ताओं के लिए बहुमंजिला चैंबर्स के निर्माण की माँग ने जोर पकड़ लिया है। इसी क्रम में गुरुग्राम जिला बार एसोसिएशन द्वारा आयोजित शांतिपूर्ण विरोध प्रदर्शन और भूख हड़ताल में शामिल होकर वरिष्ठ अधिवक्ता एवं बार एसोसिएशन के पूर्व प्रधान चौधरी संतोख सिंह ने सरकार से इस मुद्दे पर तुरंत संज्ञान लेने की अपील की।
उन्होंने कहा कि वकील न्यायिक प्रणाली का एक अभिन्न अंग हैं और उन्हें उचित कार्यस्थल उपलब्ध कराना सरकार की ज़िम्मेदारी है। गुरुग्राम जिला बार एसोसिएशन में दस हज़ार से अधिक पंजीकृत वकील हैं, जिनमें से कई को बैठने तक की जगह मयस्सर नहीं है। यह स्थिति न सिर्फ वकीलों की कार्यक्षमता को प्रभावित कर रही है, बल्कि न्यायिक प्रक्रिया की गति और गुणवत्ता पर भी प्रतिकूल असर डाल रही है।
चौधरी संतोख सिंह ने कहा कि गुरुग्राम जैसे तेजी से विकसित हो रहे शहर में बहुमंजिला चैंबर्स की सख्त ज़रूरत है और यह मांग लंबे समय से वकीलों द्वारा की जा रही है। यदि वकीलों को सुविधाजनक कार्यस्थल मिलेगा, तो उनकी कार्यक्षमता बढ़ेगी और न्यायिक प्रक्रिया में भी तेज़ी आएगी, जिससे आम नागरिकों को शीघ्र और प्रभावी न्याय मिल सकेगा।
उन्होंने सरकार से माँग की कि गुरुग्राम में प्रस्तावित ‘टॉवर ऑफ़ जस्टिस’ न्यायिक परिसर के साथ ही अधिवक्ताओं के लिए चैंबर्स हेतु भूमि आवंटित की जाए, ताकि वकीलों को एक सुव्यवस्थित और पेशेवर माहौल में कार्य करने की सुविधा मिल सके।
प्रमुख बिंदु:
- गुरुग्राम बार एसोसिएशन द्वारा भूख हड़ताल और शांतिपूर्ण प्रदर्शन का आयोजन
- वरिष्ठ अधिवक्ता चौधरी संतोख सिंह ने वकीलों के चैंबर्स निर्माण की माँग को बताया जायज़ और ज़रूरी
- गुरुग्राम में पंजीकृत वकीलों की संख्या 10 हज़ार से अधिक, अधिकांश के पास बैठने तक की जगह नहीं
- चैंबर्स की कमी से न्यायिक प्रक्रिया की गति और दक्षता पर प्रतिकूल प्रभाव
- बहुमंजिला चैंबर्स निर्माण से वकीलों की कार्यक्षमता बढ़ेगी, आम जनता को मिलेगा त्वरित न्याय
- सरकार से माँग: “टॉवर ऑफ़ जस्टिस” के साथ ही अधिवक्ताओं के लिए भूमि आवंटित की जाए