विद्यार्थियों को जर्मनी में रोजगार दिलाने हेतु आउसबिल्डंग कार्यक्रम पर केंद्रित प्राचार्य बैठक आयोजित।

जिला शिक्षा अधिकारी विनोद कौशिक ने विद्यार्थियों की करियर काउंसलिंग व मेंटरिंग को बताया समय की आवश्यकता।

वैद्य पण्डित प्रमोद कौशिक

कुरुक्षेत्र, 23 जुलाई : जिला शिक्षा अधिकारी विनोद कौशिक ने कहा कि आज की वैश्विक अर्थव्यवस्था में युवाओं के लिए तकनीकी दक्षता और व्यावसायिक कौशल सबसे महत्वपूर्ण है। आउसबिल्डंग कार्यक्रम विद्यार्थियों को विदेश में न केवल प्रशिक्षण प्रदान करेगा, बल्कि उन्हें आत्मनिर्भर बनाते हुए एक सम्मानजनक और स्थाई करियर भी सुनिश्चित करेगा। यह कार्यक्रम हमारे विद्यार्थियों के लिए एक गेटवे टू ग्लोबल स्किलिंग एंड एम्प्लॉयमेंट है।

राजकीय मॉडल संस्कृति वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय कुरुक्षेत्र के केशव सदन में जिला शिक्षा अधिकारी विनोद कौशिक की अध्यक्षता में जिले के सरकारी विद्यालयों के प्राचार्यों की एक विशेष बैठक का आयोजित किया गया। यह कार्यक्रम नवीन जिंदल फाउंडेशन के तत्वावधान में मैजिक बिलियन संस्था के सहयोग से आयोजित किया गया। कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य था—आउसबिल्डंग कार्यक्रम के माध्यम से विद्यार्थियों को व्यावसायिक प्रशिक्षण एवं जर्मनी में स्थायी रोजगार के अवसर प्रदान करना।

उन्होंने कहा कि हमारे विद्यार्थियों में अपार प्रतिभा है, आवश्यकता है तो उन्हें सही दिशा, उचित जानकारी और निरंतर मेंटरिंग देने की। हमें विद्यालयों में ही कैरियर काउंसलिंग की सशक्त व्यवस्था करनी होगी ताकि विद्यार्थी अपनी रुचि, क्षमता और अवसरों के अनुरूप निर्णय ले सकें। इसके लिए सभी प्राचार्य अपने विद्यालयों में विद्यार्थियों व अभिभावकों के साथ संवाद बढ़ाएँ और इस कार्यक्रम की पूरी जानकारी दें।

जिला शिक्षा अधिकारी विनोद कौशिक ने कहा कि शिक्षा विभाग इस दिशा में विद्यार्थियों को सभी आवश्यक सहयोग देगा—चाहे वह भाषा प्रशिक्षण हो, प्रलेखन की प्रक्रिया हो, या विदेश में प्रवास की जानकारी हो। बैठक में मैजिक बिलियन संस्था के विशेषज्ञों ने प्रशिक्षण की प्रक्रिया, पात्रता मानदंड, जर्मन भाषा प्रशिक्षण, वीज़ा प्रक्रिया, सुरक्षा, निवास व भविष्य की संभावनाओं पर विस्तार से जानकारी दी। कार्यक्रम में यह भी बताया गया कि चयनित विद्यार्थियों को प्रशिक्षण के साथ-साथ मासिक वजीफा भी मिलेगा और उन्हें कार्य के साथ अध्ययन का अवसर भी प्रदान किया जाएगा। यह पहल हरियाणा के युवाओं के लिए एक ऐतिहासिक अवसर है, जिससे वे अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अपनी पहचान बना सकें और एक उज्जवल भविष्य की दिशा में कदम बढ़ा सकें।

बैठक में सभी खंडों से आए प्राचार्यों ने भाग लिया। इस अवसर पर खंड शिक्षा अधिकारी थानेसर अपर्णा, जिला विज्ञान विशेषज्ञ डॉ. तरसेम कौशिक, रमेश कुमार, रमेश सांगवान, सतबीर कौशिक, रामराज, ओम प्रकाश, तनुपमा, ऋतु गुप्ता, सुमन बाला, सुमन लता सहित प्राचार्य तथा अन्य जिला अधिकारियों ने सहभागिता की। नवीन जिंदल फाउंडेशन से तान्या, आनंद, वसीम तथा आशीष सहित अन्य प्रतिनिधियों ने कार्यक्रम की रूपरेखा, प्रक्रिया तथा लाभों की प्रस्तुति दी।

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