चंडीगढ़। हरियाणा में आयोजित होने वाली कॉमन एलिजिबिलिटी टेस्ट (CET) को लेकर बड़ा विवाद खड़ा हो गया है। परीक्षा से ठीक पहले 21,000 से अधिक अभ्यर्थियों को रोल नंबर नहीं मिलने से हड़कंप मच गया है। हरियाणा कर्मचारी चयन आयोग (HSSC) की वेबसाइट पर रोल नंबर डाउनलोड नहीं होने की शिकायतें लगातार सामने आ रही हैं। वहीं, आयोग ने तकनीकी गड़बड़ी से साफ इनकार किया है।
इस मामले में 170 अभ्यर्थियों को परीक्षा में शामिल होने की मंजूरी दी गई है, लेकिन शेष हजारों छात्रों को अभी भी अयोग्य माना जा रहा है। इस पर पंजाब एवं हरियाणा हाईकोर्ट ने सख्त रुख अपनाते हुए आयोग से जवाब मांगा है कि बाकी छात्रों को परीक्षा में बैठने से क्यों रोका गया?
सूत्रों के अनुसार, कई उम्मीदवारों ने समय पर फॉर्म भरने और फीस जमा करने के बावजूद एडमिट कार्ड जारी नहीं होने की शिकायत दर्ज करवाई थी। इस पर सुनवाई करते हुए हाईकोर्ट ने पूछा कि यदि कुछ अभ्यर्थियों को अनुमति दी गई है, तो बाकी को किस आधार पर वंचित किया गया?
आयोग का दावा:
HSSC का कहना है कि वेबसाइट में कोई तकनीकी खामी नहीं है और जिन अभ्यर्थियों के रोल नंबर जारी नहीं हुए, उनके दस्तावेजों में त्रुटियां थीं या आवेदन अधूरे थे। आयोग का यह भी तर्क है कि समय सीमा के भीतर जरूरी सुधार नहीं किए गए।
छात्रों में आक्रोश:
परीक्षा की तैयारी कर रहे हजारों छात्रों में निराशा और आक्रोश है। कई युवाओं ने इसे प्रशासनिक लापरवाही और पारदर्शिता की कमी बताया है। सोशल मीडिया पर भी #HSSC और #CETRollNumber ट्रेंड कर रहे हैं।
अगली सुनवाई की तैयारी:
हाईकोर्ट ने मामले में विस्तृत रिपोर्ट तलब की है और अगली सुनवाई में आयोग को जवाब सहित उपस्थित होने के निर्देश दिए हैं।