बारिश में पैचवर्क की जगह खुदाई करवा रहे पार्षद
गुरुग्राम। अर्जुन नगर निवासी व समाजसेवी इंजीनियर गुरिंदरजीत सिंह ने गुरुग्राम में बरसात के दौरान चल रहे खुदाई कार्यों को लेकर नगर निगम और कुछ पार्षदों पर गंभीर आरोप लगाए हैं। उन्होंने कहा कि बारिश के मौसम में सड़कें खुदवाना न केवल जनविरोधी कार्य है, बल्कि यह आम जनता की जान को खतरे में डालने जैसा है।
गुरिंदरजीत सिंह ने कहा कि जहां इस मौसम में टूटी सड़कों के गड्ढे भरने के लिए पैचवर्क होना चाहिए, वहीं कुछ नौसिखिए पार्षद राजनीतिक लाभ के लिए नई सीवर लाइन और वॉटर पाइपलाइन के नाम पर सड़कें खुदवाकर शहर को कीचड़ और जलभराव में तब्दील कर रहे हैं।
“अगर प्लानिंग में काम नहीं आता, तो कुर्सी छोड़ दें!” – इंजीनियर गुरिंदरजीत सिंह
उन्होंने सवाल उठाया कि जब स्पष्ट निर्देश हैं कि बरसात के मौसम में खुदाई नहीं की जानी चाहिए, तो फिर बार-बार इस आदेश की अनदेखी क्यों हो रही है? क्या पार्षदों को यह अंदाजा नहीं कि खुदाई के बाद जब जलभराव होगा, तो हादसों की ज़िम्मेदारी कौन लेगा?
इंजीनियर गुरिंदरजीत सिंह ने बीजेपी की ट्रिपल इंजन सरकार पर भी निशाना साधते हुए कहा कि “क्या सरकार चाहती है कि बारिशों में गुरुग्राम की हालत और बदतर हो? पहले ही गड्ढों और टूटी सड़कों से लोग परेशान हैं, अब खुदाई से हालात नारकीय बना दिए गए हैं।”
उन्होंने मुख्यमंत्री नायब सिंह, शहरी निकाय मंत्री विपुल गोयल, मंत्री नरबीर सिंह, गुरुग्राम विधायक मुकेश शर्मा, मेयर राजरानी मल्होत्रा और MCG कमिश्नर से मांग की कि:
- तुरंत सभी खुदाई कार्यों पर रोक लगाई जाए।
- गुरुग्राम की सड़कों पर जहां-जहां गड्ढे हैं, वहां प्राथमिकता के आधार पर पेचवर्क किया जाए।
- जनता को बारिश के मौसम में आवागमन में परेशानी से बचाया जाए।
उन्होंने सवाल उठाया कि अगर किसी खुदाई वाले स्थान पर हादसा हो जाता है, तो क्या संबंधित पार्षद या प्रशासनिक अधिकारी उसकी जिम्मेदारी लेंगे? क्या आम जनता की जान इतनी सस्ती है?
“जनता का पैसा और सुरक्षा दोनों बर्बाद हो रहे हैं। ऐसे गैर-जिम्मेदाराना कार्य तुरंत रोके जाएं।” – गुरिंदरजीत सिंह
गुरिंदरजीत सिंह ने अंत में चेताया कि अगर ऐसी कार्यशैली जारी रही तो वह जनहित में बड़े आंदोलन का रास्ता अख्तियार करेंगे।