फरीदाबाद, 31 जुलाई। नगर निगम फरीदाबाद में हुए 200 करोड़ रुपये के घोटाले को लेकर पूर्व विधायक नीरज शर्मा ने भाजपा सरकार पर गंभीर आरोप लगाए हैं। उन्होंने दावा किया है कि सरकार इस पूरे घोटाले में संलिप्त बड़े अधिकारियों को बचाने का प्रयास कर रही है।

नीरज शर्मा ने कहा कि राज्य सतर्कता एवं भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो ने भले ही 20 लोगों के खिलाफ चालान पेश कर दिया हो, लेकिन यह सिर्फ दिखावा है। “चार्जशीट में इंजीनियरिंग ब्रांच के कुछ कर्मचारी, क्लर्क, ठेकेदार, आउटसोर्सिंग स्टाफ और यहां तक कि कुछ मृत व्यक्तियों के नाम शामिल हैं, जबकि असली मास्टरमाइंड आज़ाद घूम रहे हैं,” उन्होंने कहा।

पूर्व विधायक ने कटाक्ष करते हुए पूछा कि क्या छोटे कर्मचारी ही इतना बड़ा घोटाला कर सकते हैं? “क्या उन्होंने विदेश यात्राएं कीं, लग्ज़री गाड़ियां खरीदीं? क्या सरकारी चेकों पर हस्ताक्षर की शक्ति इन्हीं के पास थी?”

नीरज शर्मा ने दोहराया कि यह सिर्फ 200 करोड़ नहीं, कम से कम 2000 करोड़ रुपये का घोटाला है, और सरकार अब इस जांच को रफा-दफा करना चाहती है। उन्होंने सरकार से पूछा कि जिन गाड़ियों को इस घोटाले में जब्त किया गया था, उनका क्या हुआ? और जब मुख्य सचिव ने इस मामले में कुछ आईएएस अधिकारियों के खिलाफ जांच की अनुमति मांगी थी तो वे अधिकारी अदालत की शरण में क्यों गए?

उन्होंने मांग की कि यह पूरा मामला सीबीआई को सौंपा जाए ताकि निष्पक्ष जांच हो सके और जनता को सच का पता चल सके।

मुख्यमंत्री नायब सैनी पर सीधा हमला बोलते हुए उन्होंने कहा, “प्रदेश में डमी मुख्यमंत्री बैठा है, जिसे प्रशासन चलाने की समझ नहीं। इसका नतीजा है कि हरियाणा में अपराधी बेखौफ होकर वारदातों को अंजाम दे रहे हैं — मर्डर, डकैती, और अवैध वसूली जैसे अपराध रोज़मर्रा की बात हो गई है।”

अंत में, नीरज शर्मा ने सरकार को चेताते हुए कहा, “भ्रष्टाचार रूपी राक्षस को बढ़ाने की नहीं, उसे मिटाने की कोशिश करो।”

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