जनता परेशानः शासन प्रशासन कुंभकर्णी नींद में है

गुरुग्राम, 31 जुलाई 2025 – संयुक्त किसान मोर्चा गुरुग्राम के अध्यक्ष एवं जिला बार एसोसिएशन गुरुग्राम के पूर्व प्रधान चौधरी संतोख सिंह ने गुरुग्राम में ड्रेनेज और सीवरेज सिस्टम की बदहाली पर गहरा रोष व्यक्त किया है। उन्होंने कहा कि थोड़ी सी बारिश में ही गुरुग्राम तालाब बन जाता है, जिससे ‘मिलेनियम सिटी’ की अंतरराष्ट्रीय पहचान धूमिल हो रही है।
चौधरी संतोख सिंह ने कहा कि भाजपा सरकार की अक्षमता और जीएमडीए–एमसीजी के बीच असमंजसपूर्ण व्यवस्था ने गुरुग्राम को नरक जैसे हालात में धकेल दिया है। योजनाएँ केवल कागजों तक सीमित हैं, जबकि जमीनी हकीकत जलमग्न सड़कों और बदहाल बुनियादी ढांचे के रूप में सामने है।

उन्होंने कहा कि गुरुग्राम की सड़कें बारिश के बाद जलमार्ग बन गईं हैं। गोल्फ कोर्स रोड, जहां एक फ्लैट की कीमत 15 से 100 करोड़ रुपये तक है, वहां भी भारी जलभराव देखा गया। डीएलएफ फेज 3, सेक्टर 15, सेक्टर 40, सुभाष चौक, सेक्टर 33-34 और राजीव चौक जैसे इलाकों में सड़कों पर पानी की नदियां बह रही हैं। उन्होने कहा कि पूरे गुरुग्राम में जनता का बुरा हाल है। स्कूली बच्चे कीचड़ और पानी से गुजरने को मजबूर हैं, वाहन बीच रास्ते बंद हो रहे हैं, और जनजीवन पूरी तरह अस्त-व्यस्त है।
उन्होंने कहा कि गुरुग्राम नगर निगम ने हाल ही में दावा किया था कि क्रिटिकल पॉइंट्स की पहचान कर जल निकासी की व्यवस्था की गई है। लेकिन बारिश ने इन दावों की हकीकत उजागर कर दी। नालियों की सफाई नहीं हुई, पानी निकासी के इंतजाम नाकाफी रहे, और जिम्मेदार अधिकारी मौके पर हालात का जायजा लेने तक नहीं पहुंचे।

चौधरी संतोख सिंह ने कहा कि हर साल यही त्रासदी दोहराई जाती है। सरकार मीटिंग करती है, कागजों पर योजनाएँ बनती हैं, लेकिन नालियां साफ नहीं होतीं। जनता यह नहीं समझ पा रही कि अपनी समस्याओं का समाधान कहां से मांगे। उन्होंने मांग की कि सरकार और प्रशासन तत्काल प्रभावी कदम उठाए, ताकि गुरुग्राम की जनता को इस कुप्रबंधन से निजात मिले। उन्होंने सरकार से माँग की कि ड्रेनेज और सीवरेज सिस्टम को तत्काल सुधारा जाए तथा जल भराव वाले क्षेत्रों में स्थायी समाधान के लिए ठोस कार्ययोजना बनाई जाए तथा जिीम्मेदार अधिकारियों की जवाबदेही सुनिश्चित की जाए। उन्होंने कहा कि यदि शीघ्र कोई कार्रवाई नहीं की गई, तो गुरुग्राम की जनता आंदोलन करने के लिए मजबूर होगी।