– वीरवार को मेयर राजरानी मल्होत्रा की उपस्थिति में निगमायुक्त प्रदीप दहिया व एचएसवीपी गुरुग्राम प्रशासक वैशाली सिंह ने हस्तांतरण प्रक्रिया की पूरी
गुरुग्राम। हरियाणा शहरी विकास प्राधिकरण (एचएसवीपी) ने अपने विकसित मार्केट क्षेत्रों, वाणिज्यिक स्थलों एवं आवासीय पॉकेट्स का रखरखाव और सेवाओं की जिम्मेदारी नगर निगम गुरुग्राम को सौंप दी है। यह महत्वपूर्ण स्थानांतरण गुरुवार को मेयर राजरानी मल्होत्रा की उपस्थिति में निगमायुक्त प्रदीप दहिया एवं एचएसवीपी की प्रशासक वैशाली सिंह द्वारा औपचारिक रूप से पूरा किया गया।
20 मार्केट क्षेत्र, 1 इंस्टीट्यूशनल क्षेत्र और 20 रिहायशी पॉकेट नगर निगम को हस्तांतरित
इस हस्तांतरण के तहत कुल 20 मार्केट क्षेत्र, एक इंस्टीट्यूशनल क्षेत्र एवं 20 रिहायशी पॉकेट्स को नगर निगम को सौंपा गया है। जिन मार्केट क्षेत्रों का स्थानांतरण हुआ है, उनमें सेक्टर-21, 22, 23, 31, 32, 38, 39, 40, 45, 46, 4, 7, 7 एक्सटेंशन, 10ए, 14, 15 पार्ट-1 और पार्ट-2, 17, 56 तथा ओल्ड जेल लैंड स्थित मार्केट शामिल हैं। इसके अतिरिक्त सेक्टर-44 के इंस्टीट्यूशनल क्षेत्र के प्लॉट नंबर 6 से 12 को भी नगर निगम को सौंपा गया। रिहायशी पॉकेट्स में सेक्टर-22, 52, 57 पार्ट-1 और पार्ट-2, सेक्टर-40, 49, 50, 43, 9ए और सेक्टर-10 के वे क्षेत्र शामिल हैं, जो पहले एचएसवीपी ने अपने पास रख हुए थे क्योंकि विकास कार्य वहां पूर्ण नहीं हो पाए थे। अब इन क्षेत्रों की देखभाल भी नगर निगम की जिम्मेदारी होगी।
स्थानांतरण का कानूनी आधार और प्रक्रिया
यह स्थानांतरण हरियाणा सरकार के निर्देशों के तहत, मुख्य प्रशासक पंचकुला द्वारा 22 मार्च 2017 को जारी पत्र के अनुसार शहरी स्थानीय निकाय विभाग की मंजूरी से किया गया है। हरियाणा शहरी विकास प्राधिकरण अधिनियम, 1977 की धारा 92 के अंतर्गत विकास कार्य पूरा होने के पांच वर्षों बाद या प्राधिकरण के निर्णयानुसार यह स्थानांतरण प्रभावी हो जाता है। स्थानांतरण के नियमों के अनुसार, स्थानीय विकास प्राधिकरण यदि किसी क्षेत्र को विकसित करता है तो उस क्षेत्र का रखरखाव और आवश्यक सेवाओं की व्यवस्था स्थानीय निकाय के जिम्मे दी जाती है। यदि स्थानीय निकाय क्षेत्र को ग्रहण नहीं करता, तो यह मामला राज्य सरकार के पास भेजा जाता है, जो आवश्यक नियम तय करती है। स्थानीय निकाय के लिए यह अनिवार्य होता है कि वह पांच वर्षों के बाद उक्त क्षेत्र को ग्रहण करे। यदि वह कर वसूली पांच वर्षों से पहले शुरू करता है, तो स्थानांतरण उस तिथि से मान्य होगा।
नगर निगम की जिम्मेदारी बढ़ी, नागरिकों को बेहतर सेवाएं मिलेंगी
स्थानांतरण के साथ ही नगर निगम को संबंधित क्षेत्रों की विस्तृत रूपरेखा (लेआउट प्लान), सार्वजनिक स्वास्थ्य सेवाएं, सडक़ें, पार्किंग और अन्य सुविधाओं की पूरी जानकारी भी प्रदान की गई है। नगर निगम गुरुग्राम की इस जिम्मेदारी में वृद्धि से शहर की बेहतर योजना, रखरखाव और विकास कार्यों को गति मिलेगी। इससे न केवल इंफ्रास्ट्रक्चर का समुचित प्रबंधन होगा, बल्कि नागरिकों को गुणवत्तापूर्ण और प्रभावी सेवाएं भी उपलब्ध होंगी।
मेयर राजरानी मल्होत्रा ने कहा कि यह कदम शहर की समग्र विकास प्रक्रिया को और सुदृढ़ करेगा और नगर निगम की कार्यक्षमता में वृद्धि करेगा। निगमायुक्त प्रदीप दहिया ने कहा कि नगर निगम इन सभी क्षेत्रों की देखभाल में कोई कमी नहीं छोड़ेगा और नागरिकों को बेहतर सुविधाएं मुहैया कराएगा। यह स्थानांतरण हरियाणा सरकार के शहरी विकास के दृष्टिकोण को सशक्त करते हुए शहर की जीवन गुणवत्ता में सुधार लाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। इस मौके पर नगर निगम गुरुग्राम के चीफ इंजीनियर विजय ढ़ाका व एचएसवीपी के कार्यकारी अभियंता विमल भी उपस्थित थे।