गुजरात की कंपनी को 70 करोड़ का भुगतान, काम अब भी अधूरा; पूर्व विधायक ने मांगी उच्चस्तरीय जांच
दिल्ली/चंडीगढ़/फरीदाबाद, 08 अगस्त 2025। पूर्व विधायक नीरज शर्मा ने राजा नाहर सिंह अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट स्टेडियम को पीपीपी मॉडल के तहत देने के प्रस्ताव को फरीदाबाद की जनता के साथ खुला धोखा करार देते हुए इसका कड़ा विरोध किया है। उन्होंने गुजरात की एक कंपनी को सौंपे गए निर्माण/मॉडर्नाइजेशन कार्य में भारी अनियमितताओं का आरोप लगाते हुए उच्चस्तरीय जांच की मांग की है।
नीरज शर्मा ने कहा कि हरियाणा सरकार ने इस स्टेडियम का कार्य गुजरात की एक कंपनी को दिया था, लेकिन स्ट्रक्चर डिज़ाइन में गंभीर खामियां सामने आईं, जिसके चलते पुराने स्टैंड तोड़कर नया बनाने का निर्णय लिया गया। 2022 तक कंपनी को लगभग ₹70 करोड़ का भुगतान हो चुका था, जबकि सिर्फ 60% काम ही पूरा हुआ था।
2022 में ही काम ठप
28 जुलाई 2022 को विधानसभा की शहरी स्थानीय निकाय एवं पंचायतीराज समिति ने साइट विज़िट में पाया था कि काम पूरी तरह बंद है। समिति ने सिफारिश की थी कि कांट्रैक्टर अपने खर्च पर थर्ड पार्टी ऑडिट करवाकर रिपोर्ट दे। उस दौरे में बडखल के तत्कालीन विधायक, वरिष्ठ अधिकारी और समिति अध्यक्ष मौजूद थे, यानी सरकार को सब पता था।
‘कीमती जमीन औने-पौने दाम में बेचने की योजना’
पूर्व विधायक ने आरोप लगाया कि नेताओं और अफसरों की मिलीभगत से सरकारी संपत्ति को निजी हाथों में सस्ते दामों पर सौंपने की सुनियोजित साज़िश चल रही है। उन्होंने उदाहरण दिया कि बस स्टैंड की जमीन भी सस्ते दामों पर दी जा चुकी है।
सरकार से मांगे तीन जवाब
- गुजरात की कंपनी को कितने रुपए का कार्य सौंपा गया था?
- कितने प्रतिशत काम पूरा हुआ और अब तक कितना भुगतान हुआ?
- देरी पर कितनी पेनाल्टी लगी और कितना भुगतान लंबित है?
जांच और कार्रवाई की मांग
श्री शर्मा ने मुख्यमंत्री, शहरी स्थानीय निकाय मंत्री, अतिरिक्त मुख्य सचिव, निदेशक और आयुक्त नगर निगम को पत्र लिखकर दोषियों पर कार्रवाई, काम शीघ्र पूरा करने और स्टेडियम जनता के लिए खोलने की मांग की है। उन्होंने चेतावनी दी कि अगर सरकार ने संज्ञान नहीं लिया तो यह मामला न्यायालय तक ले जाएंगे।