“मिलेनियम सिटी से ‘कूड़ाग्राम’ तक—भाजपा राज में विकास का उल्टा सफ़र” : बुवानीवाला

“मंत्रीजी संसद में मुस्कुराकर कह गए–सब ठीक है,
लेकिन जनता की आंखों में रोज़ उतरता है गुरुग्राम का सच”
- जलभराव और गंदगी पर मंत्री बोले–समस्या नहीं
- टूटी सड़कों और जाम का कोई हल नहीं
- कंपनियां गुरुग्राम छोड़कर जा रहीं
- भाजपा के 11 साल, लेकिन अव्यवस्था जस की तस
गुरुग्राम। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता अशोक बुवानीवाला ने कहा कि कांग्रेस सांसद दीपेंद्र सिंह हुड्डा द्वारा संसद में गुरुग्राम की बदहाली का मुद्दा उठाना इस बात का प्रमाण है कि शहर की हालत बेहद खराब है। इसके बावजूद केन्द्रीय शहरी कार्य मंत्री का यह कहना कि “गुरुग्राम में कोई प्रमुख बुनियादी समस्या नहीं” जनता के साथ धोखा है।
बुवानीवाला ने कहा कि हुड्डा ने संसद में जलभराव, गंदगी, सीवरेज और ट्रैफिक जाम जैसी समस्याएं उठाईं, लेकिन मंत्री का जवाब शर्मनाक रहा। भाजपा सरकार 11 साल में शहर को गंदगी और जलभराव से मुक्त नहीं करा पाई। अधिकारी सिर्फ “मीटिंग-मीटिंग” खेलते हैं, जबकि सड़कों के गड्ढे, धंसती सड़कें और जाम की समस्या जस की तस है।
उन्होंने तंज कसा—“गुरुग्राम को ‘कूड़ाग्राम’ बनाकर भाजपा किस बात पर इतराती है?”
बुवानीवाला ने दावा किया कि कांग्रेस शासनकाल में 500 फॉर्चून कंपनियां गुरुग्राम आईं, रैपिड मेट्रो, आईएमटी मानेसर, द्वारका एक्सप्रेस-वे और केएमपी एक्सप्रेस-वे का अधिकांश काम कांग्रेस सरकार में हुआ। भाजपा न केवल इस गौरव को संभाल नहीं पाई बल्कि यहां से कंपनियां पलायन कर रही हैं।