पटौदी रेलवे स्टेशन और दर्जन भर गांव के बीच की मुख्य संपर्क सड़क
अंतिम संस्कार के लिए शमशान और पूजा के लिए शिव मंदिर जाना दुश्वार
जनता के चुने हुए प्रतिनिधि ही बन गए अब सिस्टम के सामने फरियादी
फतह सिंह उजाला

पटौदी । कुछ समस्या अपने आप में ही समस्या बन कर सिस्टम के लिए चैलेंज बन जाती है। ऐसा ही एक बड़ा चैलेंज सिस्टम के सामने पटौदी रेलवे स्टेशन से और मिर्जापुर – इच्छापुरी सहित आसपास लगते हुए दर्जन से भी अधिक गांव का मुख्य संपर्क सड़क मार्ग है। पुराना हेली मंडी नगर पालिका क्षेत्र का वार्ड नंबर 7 जिसको की बाबा हरदेव कॉलोनी भी कहा जाता है। इसके पास में ही किसी समय तरुण त्रिवेणी वन भी लगाया गया। समय के साथ यहां पर डंपिंग यार्ड बना। पास में ही अंतिम संस्कार के लिए श्मशान घाट अथवा स्वर्ग आश्रम भी है। लेकिन समस्या के समाधान के लिए किसी प्रकार की गंभीरता दिखाई नहीं दे रही।
इस गंभीर समस्या को 1 जून को भी विभिन्न समाचार पत्रों के माध्यम से शासन-प्रशासन, चुने हुए जनप्रतिनिधि, पटौदी जाटोली मंडी परिषद के पार्षद व संबंधित विभागों के संज्ञान में लाया जा चुका है। मानसून हो या ना हो, बरसात का मौसम हो या नहीं हो। लेकिन यह गारंटी है कि पटौदी रेलवे स्टेशन से होते हुए सामने जाने वाले सड़क मार्ग पर पानी गंदा पानी सीवरेज का पानी हिलोर लेते हुए आम जनमानस के लिए परेशानी का कारण बना हुआ है। परेशानी नहीं है तो केवल और केवल शासन-प्रशासन, सिस्टम, जनता के चुने हुए जनप्रतिनिधि और संबंधित विभाग सहित विभाग के अधिकारियों को कोई परेशानी नहीं है । इसका मुख्य कारण है इनको इस मार्ग से होकर आना-जाना ही नहीं पड़ता है।

पटौदी जाटोली मंडी परिषद वार्ड नंबर 21 के चुने हुए पार्षद हरिचंद अब स्वयं सिस्टम के आगे बेबस होकर फरियादी बनने को मजबूर हो गए हैं । जिन लोगों ने उनको वोट देकर अपना प्रतिनिधि चुना, वही लोग अब इस समस्या के समाधान के लिए भी सवाल करने लगे हैं । न तो जनता की सुनवाई हो रही है और नहीं जनता के चुने हुए जनप्रतिनिधि की सुनवाई हो रही है । पटौदी जाटोली मंडी परिषद के कार्यकारी अधिकारी को भी वार्ड नंबर 21 के पार्षद हरि चंद के द्वारा पत्र लिखकर इस गंभीर होती जा रही समस्या का तत्काल समाधान की तरफ ध्यान दिलाया गया । यही के ही रहने वाले नरेंद्र गौड़, मनोज गुप्ता, संजय, विनोद कुमार, महेंद्र यादव, हीरालाल सहित अन्य निवासियों का कहना है कि गर्मी के मौसम में सीवर के पानी की बदबू तथा गंदे पानी के कारण कई प्रकार की बीमारी विशेष रूप से सीजनल बीमारी परेशानी का कारण बनी है। स्थानीय निवासियों की माने तो अतीत में इस सीसी रोड को बनाए जाने के समय ही इसका लेवल सही प्रकार से नहीं रखा गया। जिसका खामियाजा आज अनगिनत लोगों को भुगतना पड़ रहा है।
जिस जगह पर सीवरेज का गंदा पानी यहां के लोगों के मुताबिक झील के रूप में सड़क हिलोरा ले रहा है। इसके आसपास में ही बाबा हरदेवा कॉलोनी, न्यू जयदेव कॉलोनी, और परिषद का सार्वजनिक पार्क तथा कम्युनिटी सेंटर भी मौजूद है । पास में ही गांव इच्छापुर में पौराणिक महत्व का स्वयंभू स्थापित शिवलिंग भी है । जिसे की इच्छा पूरी मंदिर का नाम दिया गया, यहां पर पूरे सावन के महीने के अलावा प्रत्येक सोमवार को स्थानीय लोगों के अलावा आसपास के जिलों और दिल्ली से भी श्रद्धालु बड़ी संख्या में पहुंचते हैं । दो पहिया वाहन चालकों और सवार का दुर्घटनाग्रस्त होना सामान्य बात है । आसपास के गांव में रहने वाले छात्र वर्ग और दैनिक कामकाजी लोग पटौदी रेलवे स्टेशन से ट्रेन पकड़ने के लिए और शिक्षण संस्थान में आवागमन कर रहे हैं। यहीं पर ही श्मशान घाट अथवा स्वर्ग आश्रम में अंतिम संस्कार के लिए आना भी लोगों के सामने गंभीर समस्या और चुनौती बना हुआ है। स्थानीय निवासियों का सवाल यही है कि जरूरतमंद लोगों का इस गंदे पानी से होकर आना-जाना मजबूरी है। लेकिन संबंधित विभाग के अधिकारियों, जनता के चुने हुए जनप्रतिनिधियों, पटौदी जाटोली मंडी परिषद और जन स्वास्थ्य एवं अभियांत्रिकी विभाग तथा अन्य अधिकारियों के लिए यहां ना आने की कौन सी मजबूरी आडे आ रही है ?