
गुरुग्राम, 14 अगस्त 2025 – आज गुरुग्राम में हुई बारिश के बीच सोशल मीडिया पर एक तस्वीर और वीडियो तेजी से वायरल हो रहे हैं—गुरुग्राम विधायक मुकेश पहलवान का शीतला माता रोड, राजीव नगर स्थित कार्यालय पानी में डूबा हुआ। यही वह कार्यालय है जहाँ विधायक महोदय जनता की समस्याएं सुनते हैं। लेकिन आज की यह तस्वीर खुद बयां कर रही है कि जब अपने ही कार्यालय को पानी से नहीं बचा पा रहे, तो जनता की समस्याओं का समाधान कैसे करेंगे?
गुरुग्राम की जनता इन दिनों समस्याओं के अंबार से त्राहिमाम कर रही है। गली-गली में गंदगी के ढेर, उन पर मुँह मारते आवारा गौ एवं सूअर, और जलभराव की विकराल समस्या ने नागरिकों का जीना दूभर कर दिया है। विधायक ने अपने कार्यकाल के शुरुआती सप्ताह में सड़कों पर झाड़ू लगाते हुए फोटो सोशल मीडिया पर डालकर खूब प्रचार किया था, लेकिन यह उत्साह महज एक हफ्ते में ठंडा पड़ गया।

पिछले दो कार्यकालों में बीजेपी के दोनों विधायक यह कहते हुए समय निकाल गए कि उनकी कोई नहीं सुनता, और अब वर्तमान विधायक की कार्यकुशलता पर सवाल उठ रहे हैं। कूड़े के ढेर, जलभराव और ट्रैफिक जाम की स्थिति देखकर जनता खुद अंदाजा लगा सकती है कि हालात किस दिशा में जा रहे हैं।
हाल ही में, सेक्टर-4 स्थित ब्लू बेल्स स्कूल की सड़क को बारिश से मात्र एक सप्ताह पहले नारियल फोड़कर खुदवाया गया, जो अब तक अधूरी पड़ी है। यह कदम भी स्थानीय पार्षद के साथ तनातनी का परिणाम बताया जा रहा है। वहीं, गुरुग्राम के स्थानीय केंद्रीय मंत्री और राज्य के मंत्री भी आपसी खींचतान में उलझे हुए हैं, जिससे शहर की समस्याएं जस की तस बनी हुई हैं।
ऐसे में सवाल उठता है—जनता की सुध कौन लेगा? लगता है, राजनीति करने वाले अब सीधा आगामी चुनाव में ही जनता के बीच नज़र आएंगे। गुरुग्राम की नागरिक संस्थाओं को आगे आकर इन समस्याओं के समाधान के लिए सरकार से ठोस वार्ता करनी होगी, वरना हालात और बिगड़ेंगे।