“साफ हवा, साफ नीयत और सुरक्षित सड़कों की मांग — गुरुग्राम की जनता की आवाज बने इंजीनियर गुरिंदरजीत सिंह”

“क्या यही है स्मार्ट सिटी? गुरुग्राम की बदहाली पर समाजसेवी इंजीनियर गुरिंदरजीत सिंह का सरकार से तीखा सवाल!”

गुरुग्राम : गुरुग्राम, जिसे भारत का कॉर्पोरेट हब कहा जाता है, आज मूलभूत सुविधाओं के लिए तरस रहा है। देश की आर्थिक राजधानी बनने का सपना देख रहा यह शहर आज गड्ढों, जलभराव, भ्रष्टाचार, नशे, और प्रदूषण के दलदल में धंसा हुआ है।

गुरुग्राम के समाजसेवी इंजीनियर गुरिंदरजीत सिंह अर्जुन नगर ने एक जिम्मेदार नागरिक और समाजसेवी होने के नाते हरियाणा के मुख्य मंत्री व गुरुग्राम कष्ट निवारण समिति के अध्यक्ष नायब सिंह, मंत्री विपुल गोयल, मंत्री नरबीर सिंह, विधायक मुकेश शर्मा, मेयर राज रानी मल्होत्रा, गुरुग्राम उपायुक्त, एमसीजी कमिशनर, जीएमडीए चेयरमैन, प्रशासनिक अधिकारियों से सवाल किए कि — कब मिलेगी गुरुग्राम को इन समस्याओं से आज़ादी?

सड़कें या गड्ढों की कहानी?
गुरिंदरजीत सिंह ने कहा कि गुरुग्राम की सड़कों पर चलना खतरे से खाली नहीं। गड्ढों से भरी सड़कों पर आये दिन हादसे हो रहे हैं। टूटी सड़कों पर जनता अपनी जान दांव पर लगा कर सफर करती है। बसई रोड इस साल ही पांच जगह से धसी और बड़े बड़े गड्ढे हुए। पिछले साल तो मोटर साइकल जा गिरा था। कौन है इस का ज़िम्मेदार?

जलभराव और सीवरेज की मार:
गुरिंदरजीत सिंह ने कहा कि बरसात आते ही गुरुग्राम की सड़कों पर नाव चलाने की नौबत आ जाती है। स्मार्ट सिटी का सपना, गंदे पानी में बह जाता है। आज दिनांक 14.08.2025 वीरवार को बारिश में गुरुग्राम फिर से जलमग्न हो गया। ट्रैफिक जाम हुआ। आने जाने वालो को कई तरफ की दिक्कतो का सामना करना पड़ा। पर शासन प्रशासन सिर्फ तिरंगा यात्रा में व्यस्थ दिखा।

नशे का जाल, बर्बादी का सवाल:
गुरिंदरजीत सिंह ने कहा कि गुरुग्राम के युवा नशे की चपेट में हैं। स्कूलों के बाहर खुलेआम तंबाकू और नशे के पदार्थ बेचे जा रहे हैं। चौराहों पर शराब के ठेके खुले हैं। हरियाणा सरकार ने हाईवे से ठेके हटाने का वादा किया था — क्या हुआ उन वादों का? उन्होंने कहा कि नई आबकारी नीति भी आई, पर कई ठेके हाईवे के पास, आज तक कोई कारवाई नही। क्यों?

भ्रष्टाचार बनाम विकास:
गुरिंदरजीत सिंह ने कहा कि जनता का टैक्स भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ता जा रहा है। विकास सिर्फ कागजों पर है, ज़मीनी हकीकत कुछ और कहती है। सड़के बनते ही टूटने लगती है। किसी भी नये कार्य के आरंभ में जानकारी बोर्ड नही लगाया जा रहा। सीवर पाइप लाइन व मैनहोल के ढक्कन लगते ही टूटते जा रहे है, क्या ये भ्रस्टाचार नही। खुद को ज़ीरो टॉलरेंस बोलने वाली हरियाणा बीजेपी सरकार, ऐसे मामलों में कर कारवाई करेगी?

आवारा पशु और कुत्तों का आतंक:
गुरिंदरजीत सिंह ने कहा कि गुरुग्राम की सड़कों पर आवारा गाय, सांड और कुत्तों के कारण आम नागरिकों को हर रोज़ खतरे का सामना करना पड़ता है। क्या जनता की जान की कोई कीमत नहीं? उन्होंने कहा कि अब तो माननीय सुप्रीम कोर्ट ने भी आदेश दे दिया के आवारा कुत्तों को पकड़ा जाएगा क्या अब भी गुरुग्राम शासन प्रशासन कुछ करेगा या नहीं?

वायु प्रदूषण और सांस की लड़ाई:
गुरिंदरजीत सिंह ने कहा कि हर साल दिवाली के बाद स्कूल बंद, सांस की तकलीफ, अस्पताल भरे रहते हैं। क्या गुरुग्राम की जनता को खुली हवा में सांस लेने का हक नहीं?

गुरिंदरजीत सिंह ने सरकार, शासन प्रशासन से मांग की कि:
1) गुरुग्राम को नशा मुक्त शहर घोषित किया जाए।
2) स्कूलों के आसपास 500 मीटर तक नशे के पदार्थ और तंबाकू की बिक्री पर सख्त रोक।
3) हाईवे व स्टेट हाईवे से सभी शराब ठेके हटाए जाएं।
4) सड़कों की मरम्मत एवं जलभराव की स्थायी समाधान योजना लाई जाए।
5) आवारा पशुओं व कुत्तों को नियंत्रण में लाने के लिए अभियान चलाया जाए।
6) वायु प्रदूषण को कम करने के लिए उद्योगों और ट्रैफिक पर सख्त नियम लागू किए जाएं।

गुरिंदरजीत सिंह, यह स्पष्ट किया कि यह आवाज सिर्फ उनकी नहीं, बल्कि हर उस नागरिक की है जो अपने बच्चों को सुरक्षित, साफ-सुथरे और नशा मुक्त गुरुग्राम में बड़ा होते देखना चाहता है। उन्होंने कहा, “हम तब तक चुप नहीं बैठेंगे जब तक गुरुग्राम को इन बुराइयों से आज़ादी नहीं मिलती। जय हिन्द। जय गुरुग्राम।। “

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