मेयर आरक्षित सीट पर भी उठे सवाल – फ़र्ज़ी जाति प्रमाणपत्र का मामला फास्ट ट्रैक पर चलाने की मांग
जनता से अपील – “चुप रहे तो सारे अधिकार छिन जाएंगे”
गुरुग्राम : समाजसेवी इंजीनियर गुरिंदरजीत सिंह ने भाजपा पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि “वोट का अधिकार” लोकतंत्र की नींव है, लेकिन आज भाजपा इस अधिकार को भी “वोट चोरी” के जरिये खत्म करने में लगी है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस नेता राहुल गांधी की यात्रा लोकतंत्र को बचाने की यात्रा है और यह जनता के अधिकारों की लड़ाई है।
गुरिंदरजीत सिंह ने आरोप लगाया कि भाजपा “One Person, One Vote” के सिद्धांत को ध्वस्त कर रही है। जनता अपने प्रतिनिधियों को चुनने के लिए मतदान करती है, लेकिन अब “वोट चोरी” के जरिए लोकतंत्र से जनता के अधिकार छीने जा रहे हैं।
निगम चुनाव पर उठाए सवाल
उन्होंने कहा कि गुरुग्राम में पिछले 11 वर्षों से जनता मूलभूत सुविधाओं से वंचित रही है और एमसीजी चुनाव में बदलाव चाहती थी। “पहले निगम चुनावों के नतीजे चुनाव वाले दिन ही आ जाते थे, लेकिन इस बार 10 दिन बाद आए। क्या भाजपा को पहले से पता था कि वह हार रही है और नतीजा बदलने के लिए ही देरी की गई?”
मेयर आरक्षित सीट विवाद
गुरिंदरजीत सिंह ने कहा कि मेयर चुनाव में प्रजापति समाज ने उम्मीदवार पर फ़र्ज़ी जाति प्रमाणपत्र देने का आरोप लगाया था। “अगर आरोप सही थे, तो भाजपा ने अपना उम्मीदवार बदला क्यों नहीं? क्या फ़र्ज़ी जाति प्रमाणपत्र देना ‘आरक्षित सीट चोरी’ नहीं है?”
उन्होंने मांग की कि मेयर के जाति प्रमाणपत्र से जुड़ा मामला फास्ट ट्रैक पर चलाया जाए और जल्द ही सच जनता के सामने आए।
जनता से अपील
गुरिंदरजीत सिंह ने कहा, “यदि जनता अब भी चुप रही तो भाजपा एक-एक कर सभी अधिकार और सुविधाएं खत्म कर देगी। जनता को अपने अधिकारों के लिए खुद आगे आना होगा।”