वेदप्रकाश विद्रोही का आरोप – चुनावों से पहले बढ़ाई जाती है बीपीएल संख्या, बाद में घटाई जाती है
हर माह 16–20 लाख पात्र परिवार राशन से वंचित, रेवाड़ी में एक लाख परिवार प्रभावित

रेवाड़ी, 19 अगस्त 2025। हरियाणा में गरीबों का हक़ छिनने का बड़ा आरोप सामने आया है। स्वयंसेवी संस्था ग्रामीण भारत के अध्यक्ष वेदप्रकाश विद्रोही ने कहा कि भाजपा सरकार सत्ता के दुरुपयोग से बीपीएल परिवारों की सूची घटाकर लाखों पात्र गरीबों को राशन और अन्य सुविधाओं से वंचित कर रही है। उनका दावा है कि सरकार ने 52 लाख से घटाकर बीपीएल परिवारों की संख्या 44 लाख कर दी है और हर माह 16–20 लाख परिवारों को मुफ्त राशन नहीं मिल रहा।
स्वयंसेवी संस्था ग्रामीण भारत के अध्यक्ष वेदप्रकाश विद्रोही ने हरियाणा भाजपा सरकार पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा है कि 2024 के लोकसभा व विधानसभा चुनावों में गरीबों को ठगकर वोट हासिल करने के बाद सरकार अब सुनियोजित ढंग से बीपीएल परिवारों की सूची घटा रही है और पात्र परिवारों को भी उनका हक नहीं दिया जा रहा।
विद्रोही ने बताया कि जनवरी 2025 तक प्रदेश में लगभग 52 लाख परिवार बीपीएल सूची में दर्ज थे, लेकिन मार्च से अब तक करीब 8 लाख परिवारों को सूची से बाहर कर दिया गया, जिससे यह संख्या घटकर 44 लाख रह गई। उनका आरोप है कि सरकार की मंशा इस संख्या को घटाकर 28–30 लाख परिवारों तक सीमित करने की है।
उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार 2029 के चुनावों से एक साल पहले फिर जनता को लुभाने के लिए बीपीएल परिवारों की संख्या बढ़ाकर 55–60 लाख कर देगी, ताकि वोट हथियाए जा सकें।
मुफ्त राशन में भारी कटौती का आरोप
विद्रोही ने कहा कि आज भी जो परिवार बीपीएल सूची में शामिल हैं, उन्हें भी पूरा राशन नहीं मिल रहा। अक्टूबर 2024 के चुनावों के बाद से लगातार राशन में कटौती की जा रही है और पिछले 10 महीनों से हर माह लगभग 16 से 20 लाख पात्र परिवारों को मुफ्त राशन से वंचित किया जा रहा है।
उदाहरण देते हुए उन्होंने कहा कि सितम्बर माह के लिए रेवाड़ी जिले को 28.29 लाख किलो गेहूं की जरूरत थी, लेकिन सरकार ने मात्र 22.63 लाख किलो गेहूं ही आवंटित किया, जिसके कारण लगभग एक लाख बीपीएल परिवार मुफ्त राशन से वंचित रह गए। यही स्थिति प्रदेश के अन्य जिलों की भी है।
विद्रोही ने इसे गरीब परिवारों के साथ सीधा धोखा बताया और कहा कि भाजपा सरकार सत्ता का दुरुपयोग करके गरीबों के हक पर चोट कर रही है।