कानून-व्यवस्था संभालने में नाकामी का नतीजा — विपक्ष ने साधा निशाना

चंडीगढ़/चरखी दादरी, 19 अगस्त। हरियाणा सरकार ने भिवानी और चरखी दादरी जिलों में 48 घंटे के लिए मोबाइल इंटरनेट बंद कर दिया है। 19 अगस्त सुबह 11 बजे से 21 अगस्त सुबह 11 बजे तक जारी रहने वाले इस आदेश ने आम जनता को मुश्किलों में डाल दिया है। bulk SMS और dongle सेवाएं भी निलंबित रहेंगी। हालांकि बैंकिंग SMS, मोबाइल रिचार्ज, वॉयस कॉल और ब्रॉडबैंड सेवाओं को छूट दी गई है।

सरकार ने यह कदम अफवाहों और शांति भंग की आशंका का हवाला देकर उठाया है। लेकिन स्थानीय लोगों का कहना है कि इंटरनेट बंद करना समाधान नहीं, बल्कि जनता को सजा देना है। छात्रों की पढ़ाई, प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी, ऑनलाइन कारोबार और किसानों तक की जरूरतें प्रभावित हो रही हैं।

जनता का गुस्सा

  • चरखी दादरी के ग्रामीणों का कहना है कि सरकार अपनी नाकामी छिपाने के लिए जनता को परेशान कर रही है।
  • व्यापारियों और युवाओं ने आरोप लगाया कि इंटरनेट बंदी से उनकी रोज़मर्रा की जिंदगी अस्त-व्यस्त हो गई है।
  • लोगों ने तंज कसा कि “सरकार कानून-व्यवस्था संभालने में नाकाम है, इसलिए हर बार इंटरनेट बंद कर जनता की आज़ादी पर ताला लगा देती है।”

विपक्ष का हमला

कांग्रेस और आम आदमी पार्टी के नेताओं ने सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि चरखी दादरी जैसे शांत क्षेत्र में इंटरनेट बंद करना भाजपा सरकार की असफलता का सबूत है। विपक्ष का कहना है कि जब भी सरकार असली मुद्दों — बेरोजगारी, किसानों की बदहाली और महंगाई — से घिरती है तो इंटरनेट बंदी जैसे आदेश जनता का ध्यान भटकाने के लिए थोपे जाते हैं।

राजनीतिक निहितार्थ

चरखी दादरी अहीरवाल और जाटलैंड के राजनीतिक समीकरणों में अहम भूमिका निभाता है। यहाँ इंटरनेट बंद करने से ग्रामीणों में गहरी नाराज़गी पनप रही है। राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि आगामी विधानसभा चुनावों में यह मुद्दा भाजपा के खिलाफ बड़ा हथियार बन सकता है।

Share via
Copy link