एडीसी वत्सल वशिष्ठ ने टीकाकरण, मातृ स्वास्थ्य सुधार व रोग नियंत्रण की प्रगति की समीक्षा की
गुरुग्राम, 19 अगस्त- गुरुग्राम स्वास्थ्य सेवाओं में लगातार उत्कृष्ट कार्य कर रहा है और जिला प्रशासन इसे और मज़बूत बनाने के लिए पूर्णतः प्रतिबद्ध है। यह बात एडीसी वत्सल वशिष्ठ ने जिला टास्क फोर्स बैठक की अध्यक्षता करते हुए कही। बैठक में टीकाकरण कवरेज, मातृ स्वास्थ्य सुधार तथा वेक्टर जनित रोग नियंत्रण जैसे अहम मुद्दों पर विस्तार से चर्चा की गई।
एडीसी ने बताया कि गुरुग्राम हरियाणा के उन चुनिंदा जिलों में शामिल है जहाँ पूर्ण टीकाकरण कवरेज 90 प्रतिशत से अधिक है। हाल ही में सम्पन्न विशेष टीकाकरण सप्ताह के दौरान हज़ारों बच्चों और माताओं तक पहुँच कर खसरा-रूबेला (एमआर) सहित सभी अनिवार्य टीकों की कवरेज को और मज़बूत किया गया।
उन्होंने कहा कि पंचायतों, आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं, आशा वर्करों, शिक्षा विभाग और स्वयंसेवी संस्थाओं के सहयोग से यह सुनिश्चित किया जा रहा है कि कोई भी बच्चा “ज़ीरो-डोज़” न रहे। पंचायत प्रतिनिधियों की मदद से छूटे हुए बच्चों की पहचान कर उन्हें टीकाकरण सत्रों में लाया जा रहा है, जबकि शहरी क्षेत्रों में नगर निगम व वार्ड स्तर पर स्वास्थ्य शिविर और जागरूकता गतिविधियाँ चलाई जा रही हैं।
स्कूलों में सुबह की प्रार्थना सभा, निबंध व पोस्टर प्रतियोगिताओं के माध्यम से बच्चों को स्वास्थ्य और टीकाकरण का संदेश दिया जा रहा है। बच्चे स्वयं भी अपने परिवार और पड़ोस को जागरूक कर रहे हैं। स्वयंसेवी संस्थाएँ और महिला समूह परिवारों को प्रेरित करने में अहम भूमिका निभा रहे हैं।
बैठक में यह भी बताया गया कि जिले में डेंगू, चिकनगुनिया और मलेरिया की रोकथाम के लिए बहु-विभागीय प्रयास निरंतर जारी हैं। नगर निगम और पंचायतें नियमित फॉगिंग व सफाई अभियान चला रही हैं। तालाबों और जलाशयों में गैंबूसिया मछलियाँ छोड़ी जा रही हैं ताकि मच्छरों का प्रजनन रोका जा सके। सभी सरकारी व निजी अस्पतालों को समय पर जांच और उपचार उपलब्ध कराने के निर्देश दिए गए हैं।
एडीसी ने कहा कि जिला प्रशासन यू-विन पोर्टल पर लाभार्थियों का डेटा समय पर दर्ज करने पर विशेष ज़ोर दे रहा है, जिससे रियल-टाइम मॉनिटरिंग संभव हो सके। जन-जागरूकता के लिए होर्डिंग्स, पंपलेट, सोशल मीडिया और एसएमएस अभियान चलाए जा रहे हैं। साथ ही फॉगिंग मशीनों और दवाओं की उपलब्धता पर लगातार नज़र रखी जा रही है ताकि किसी भी क्षेत्र में कमी न हो।
उन्होंने लोगों से अपील की कि गांव और शहरों में ‘ड्राई डे’ मनाने की आदत डालें और पानी जमा न होने दें।
उन्होंने बताया कि मातृ स्वास्थ्य सुधार की दिशा में हो रहे प्रयास सराहनीय हैं। समय पर जांच, उचित पोषण, टीकाकरण और सुरक्षित प्रसव सुविधाएँ माताओं को स्वस्थ व सुरक्षित मातृत्व का भरोसा दिला रही हैं।
बैठक में एसएमओ डॉ. रितु, डॉ सुधीर, डॉ. रश्मि, एएमओ डॉ नीतू, एएसएमओ डॉ मनीष, डॉ सुषमा यादव, मेडिकल ऑफिसर डॉ शेफाली सहित अन्य अधिकारी उपस्थित थे।