वादे हज़ार, पूरा एक नहीं — बीजेपी पर बरसे समाजसेवी गुरिंदरजीत सिंह
“100 स्मार्ट सिटी का सपना, एक गुरुग्राम तक साफ नहीं कर पाए”

गुरुग्राम | 21 अगस्त 2025 – समाजसेवी इंजीनियर गुरिंदरजीत सिंह ने भाजपा सरकार पर तीखा हमला बोलते हुए कहा कि “जनता का भरोसा तोड़ने वाली सरकार अब भरोसे की बात न करे।” उन्होंने आरोप लगाया कि बीजेपी बार-बार “हम पर भरोसा करो” का नारा देती है, लेकिन जनता का विश्वास बार-बार टूटा है।
जनविश्वास तोड़ने के उदाहरण गिनाए
गुरिंदरजीत सिंह ने कहा कि जनता ने तीन बार भरोसा जताया, पर हर बार उसे धोखा मिला। उन्होंने कई मुद्दों को गिनाते हुए सरकार को कटघरे में खड़ा किया:
- नोटबंदी से लाखों लोगों की नौकरियां गईं।
- पुरानी पेंशन योजना बंद कर दी गई।
- निजीकरण से सरकारी नौकरी के अवसर खत्म हुए।
- 15 लाख का वादा जुमला बन गया।
- GST की जटिलता ने व्यापारियों की कमर तोड़ दी।
- झुग्गी-झोपड़ियों को उजाड़ा गया, गरीबों को घर नहीं मिले।
- पेट्रोल-डीजल-एलपीजी-सीएनजी सब महंगे हुए।
- किसानों की आमदनी दोगुनी करने की बजाय खाद-बीज महंगे हो गए।
- गुरुग्राम में कूड़े के पहाड़, टूटी सड़कें और जाम सीवर बदहाली की तस्वीर हैं।
“ट्रिपल इंजन सरकार सिर्फ़ प्रचार करती है”
उन्होंने कहा कि यह सरकार धरातल पर नहीं, केवल प्रचार में काम कर रही है।
राष्ट्रीय सुरक्षा पर भी सवाल उठाते हुए उन्होंने कहा —
- “ऑपरेशन सिंदूर” और POK लाने का दावा किया गया, लेकिन सीज़फायर कर दिया।
- बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ सिर्फ़ नारा बना, बेटियों के शोषण मामलों में रसूखदारों को संरक्षण मिला।
लोकतंत्र और जनता के अधिकारों पर हमला
गुरिंदरजीत सिंह ने कहा कि वोट चोरी, टूटी सड़कें, रोज़ गिरते पुल और भ्रष्टाचार अब आम बात हो गई है।
- रेहड़ी-पटरी वालों को उजाड़कर बेरोजगार किया गया।
- हर घर जल योजना अधूरी है।
- ठेका कर्मियों को निकाला गया, पक्की नौकरी का वादा अधूरा है।
- रेल किराए बढ़ाए गए, हवाई यात्रा का सपना दिखाकर जनता को गुमराह किया गया।
गुरुग्राम और हरियाणा की दुर्दशा
उन्होंने गुरुग्राम की स्थिति पर सवाल उठाते हुए कहा कि:
- “100 स्मार्ट सिटी का सपना दिखाया, पर एक गुरुग्राम साफ नहीं कर पाए।”
- आदर्श ग्राम का सपना अधूरा है।
- “लोकल फॉर वोकल” की बात के बावजूद चीन से आयात जारी है।
- नशामुक्ति के दावे खोखले हैं, शराब के ठेके बढ़ रहे हैं।
- गौ रक्षा की बात करने वाली सरकार के रहते भारत बीफ निर्यात में दूसरे नंबर पर पहुंचा।
- महिला सशक्तिकरण के नाम पर 3000 रुपये प्रतिमाह का वादा भी अधूरा है।
- बीजेपी खुद महिलाओं को 30% टिकट तक नहीं दे पाई।
“अब जनता सवाल पूछेगी”
अंत में उन्होंने कहा, “भरोसे की बात करने वाले खुद भरोसे के लायक नहीं रहे। चुनाव आते ही वादों की बारिश करते हैं, पर एक भी वादा पूरा नहीं करते। अब जनता सवाल पूछेगी और जवाबदेही तय करेगी।”