
27 जून 2020. स्वयंसेवी संस्था ग्रामीण भारत के अध्यक्ष एवं हरियाणा प्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रवक्ता वेदप्रकाश विद्रोही ने राजस्थान की तरफ से 8 किलोमीटर लंबे व 5 किलोमीटर चौड़े टिड्डी दल के महेंद्रगढ़ व रेवाड़ी जिले के कई गांवो में की गई फसल बर्बादी पर गंभीर चिंता प्रकट करते हुए प्रभावित किसानों को मुआवजा देने की मांग की1
विद्रोही ने कहा कि गुरुवार को राजस्थान की और से आए टिड्डी दल ने महेंद्रगढ़ जिले के कई गांवों में तबाही मचाने के बाद 8 किलोमीटर लंबा व 5 किलोमीटर छोड़ा यह टिड्डी दल रेवाड़ी जिले के खोल, जाटूसानां, नाहड़ ब्लाक के कई गांवों में फसलों को नुकसान पहुंचाया1 टिड्डी दल आने की खबर एक मांह पूर्व ही सामने आ गई थी पर सरकार के लाख दावों के बावजूद अपेक्षित तैयारियां का अभाव स्पष्ट रुप से टिड्डी दल के आने पर दिखा1
विद्रोही ने कहा हरियाणा पहले ही कोरोनावायरस संकट से जूझ रहा है1 महेंद्रगढ़ व रेवाड़ी जिले में जिस तरह कोरोना पोजेटिव केस सामने आ रहे हैं सरकार-प्रशासन की उससे निबटने की तैयारीयो, तरीके की पोल पहले ही खुल चुकी है1विद्रोही ने कहा अब टिड्डी दल के हमले ने फिर सरकार व प्रशासन के तैयारियों के हवा-हवाई दावो को बेनकाब कर दिया1 सब कुछ राम भरोसे हैं1 हवा का रुख टिड्डी दल को कहां ले जाएगा और किन क्षेत्रों की फसलों पर इसकी गाज गिरेगी कोई नहीं जानता? हरियाणा भाजपा-जजपा सरकार व उसके प्रशासन की वही हालत है सांप निकलने के बाद लकीर पीटते रहो1 सवाल उठता है कि सरकार व प्रशासन ने चेतावनी के बाद भी समय रहते टिड्डी दल से कारगर ढंग से निपटने के प्रबंध क्यों नहीं किए?
विद्रोही ने मांग की कि टिड्डी दल से हुए नुकसान से प्रभावित किसानों को तत्काल मुआवजा दिया जाए1 वैसे जुमलेबाज हरियाणा भाजपा-जजपा सरकार से सहायता की आशा बेमानी है1 रबी फसलों की बर्बादी का मुआवजा आज तक किसान को नहीं मिला1 न्यूनत्तम समर्थन मूल्य पर फसलों की सरकारी खरीद दौरान वर्षा से खरीद केंद्रों में ले जाई गई किसान की गेहूं व सरसों की फसल की बर्बादी का मुआवजा भी अभी तक नहीं मिला1 खरीफ फसल का एक-एक दाना खरीदने का सरकारी दावा हवा-हवाई जुमला निकला1
विद्रोही ने कहा टिड्डी दल से फसल नुकसान का मुआवजा किसानों को मिलेगा या नहीं? मिलेगा तो कब मिलेगा, कोई नहीं जानता? भाजपा सरकार किसानों, आम लोगों को जुमलेबाजी, दावों, वादों से ठगती तो है लेकिन किसी भी मामले में जमीनी धरातल पर कुछ भी नहीं करती1