तीनों कृषि अध्यादेश किसानों के हित मे, लोगो के झूठे बहकावे मे न आये किसान भाई

भारतीय जनता पार्टी किसान मोर्चा के पूर्व जिला अध्यक्ष व फरूखनगर मार्किट कमेटी के चैयरमेन विरेन्द्र यादव ने कहा कि सरकार द्वारा कृषि क्षेत्र में किये जा रहे सुधारों से अन्नदाता को अपने उत्पाद की अधिकतम कीमत मिल सकेगी, साथ ही, अन्नदाता अपने उत्पाद को देश भर में कही भी बेचने को स्वतंत्र होंगे | समर्थन मूल्य पर सरकारी खरीदी जारी रहेगी | इस तरह देश का अन्नदाता पहले से ज्यादा आज़ाद और सुरक्षित होगा | MSP पर सरकारी खरीद होती रहेगी। Trade Bill का MSP पर सरकारी खरीद से कोई सम्बन्ध नहीं है। किसी भ्रम में न आयें किसान भाई।
विरेन्द्र यादव चेयरमैन ने बताया की आदरणीय नरेंद्र सिंह तोमर , कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री भारत सरकार ने लोकसभा मे सदन के सदस्यों के बीच ओन दा रिकार्ड , माननीय मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल ओर भाजपा हरियाणा के प्रदेश अध्यक्ष श्री ओम प्रकाश धनखड़ जी व पूर्व कृषि मंत्री हरियाणा सरकार लगातार अपने समबोधन ओर मिडिया से साक्षात्कार मे कई बार यह बात कह चुके है कि दोनों विधेयक केवल किसानों के हितों की रक्षा करने के लिए है| खरीफ की MSP जल्दी ही घोषित की जाएगी । मण्डी मे अन्य व्यवसाय करने की आडती को छुट दी गई है । भाषांतर भरपाई योजना के तहत सभी फसलों को कवरेज किया गया है । मण्डी से बहार किसानों से सिधी खरीद के लिए व्यपारियों को कोई लाइसेंस लेने व बाजार शुल्क या HRDF कमीशन का भुगतान करने की आवश्यकता नहीं होगी । किसानों को अपनी कृषि उपज बेचने के नये विकल्प होंगे ।
किसान किसी भी कम्पनी के साथ अनुबंध खेती कर सकता है परन्तु उस की जमीन का कभी भी कम्पनी का मालकिना हक नहीं हो सकता। किसी भी विवाद का फैसला SDM करेंगे व अपील जिला कलेक्टर के पास कि जायेगी । किसानों को एफ पी ओ बना कर कृषि व्यपार करने की छूट दी गई है उन्होंने किसी भी प्रकार के लाइसेंस लेने की जरूरत नही है। इस से किसान अपनी फसलों व सब्जी की सिधी मार्किटींग कर सकता है। हरियाणा सरकार किसानों के गेंहू 2000 रूपये ओर सरसों 4400 रूपये कि. खरीद रही है जो अन्य राज्यों से व अन्य सरकारों से ज्यादा रेट है । भाजपा सरकार किसान हितैषी सरकार है ।भाजपा राज में ही सब से ज्यादा फसलों के नुकसान का मुवावजा दिया गया है। माननीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 6000 रूपये साल के किसानों को देकर किसानों का सम्मान किया है।
विरेन्द्र चेयरमैन ने कहा कि काग्रेस ने हमेशा किसानों का शोषण किया है। यही काग्रेस कि सरकार थी जो किसानों को सैक्सन 9 का नोटिस का भय दिखाकर सस्ते दामो पर किसानों की जमीन अधिग्रहण कर बिल्डरों को बेच दी ओर फिर काग्रेस की राष्ट्रीय अध्यक्ष सोनिया गांधी के दामाद राबर्ट वाड्रा को गिफ्ट कर दी। किसानों को ओला वर्ष्टी व अन्य आपदा से हुए नुकसान का ढाई- ढाई रुपये का चेक देकर किसानों का मजाक व अपमान किया था।डीएपी ओर यूरीया के लिए किसानों को लाइन में लगना पड़ता था। आज वही डीएपी ओर यूरिया खाद प्रयाप्त मात्रा मे सस्तै दामों पर किसानों को मिल रहा है। आज वही काग्रेस किसानों की हितैषी होने का ढोंग कर रही है । किसान युनियन के नाम पर राजनीति करने वाले लोगों की पोल खुल चुकी है। किसान युनियन के एक गुट ने किसान युनियन अध्यक्ष को काग्रेस का ऐजेंट बताया है । ये लोग किसानों के नाम पर प्रदेश मे भाईचारा खराब करना चाहते है । इसलिए किसान भाईयों से निवेदन व आग्रह है कि इन के झूठे बहकावे मे नही आये। जल्द ही इनकी असलियत आप लोगो के सामने आ जायेगी।