चरखी दादरी में हुए लाठीचार्ज व आश्रूगैस के एक्सपायरी डेट के गोले छोड़ने की PTI टीचरों ने की कड़ी निंदा
चरखी दादरी कांड की उच्चस्तरीय जांच करवाने हेतु PTI टीचरों ने रोहतक में किया जोरदार प्रदर्शन, सीएम के नाम तहसीलदार को सौंपा ज्ञापन
कर्मबीर सिवाच का आरोप – निर्दोष पीटीआई को स्कूलों में भेजने की बजाए लगभग 3 महीने से ऊपर सड़कों पर बैठने को कर रही है मजबूर
हर्षित सैनी
रोहतक. शारीरिक शिक्षकों का क्रमिक अनशन 104वें दिन भी उपायुक्त कार्यालय के समीप जारी रहा। पीटीआई शिक्षक रोजगार की बहाली के लिए लगातार प्रदर्शन करते हुए अनशन पर अडिग हैं, सरकार अपदस्थ पीटीआई से बातचीत हेतु ठोस कदम नहीं उठा रही है। इसी कारण सभी पीटीआई हर जिले में जोरदार प्रदर्शन कर रहे हैं।
आज शारीरिक संघर्ष समिति रोहतक के बैनर तले बबिता, पूनम लता, जगरोशन और आनंद को सुरेंद्र और सुमन ने माला पहना कर अनशन पर बैठाया। आज मंच संचालन सुरेंद्र द्वारा किया गया। आज रोहतक ज़िले के सभी पीटीआई व डीपीई ने चरखी दादरी में पुलिस द्वारा निर्दोष पीटीआई टीचरों पर लाठीचार्ज करने की कड़ी निंदा की।
चरखी दादरी कांड की उच्चस्तरीय जांच करवाने हेतु PTI टीचरों ने रोहतक में जोरदार प्रदर्शन करते हुए उनकी उच्चस्तरीय जांच करवाने के लिए उपायुक्त रोहतक की अनुपस्थिति में तहसीलदार राजेश कुमार सैनी के मार्फत मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपा।
आज इसी के साथ कल चरखी दादरी में निर्दोष पी टी आई शिक्षकों और खासकर महिला शिक्षिकाओं पर जो लाठी चार्ज हुआ और उनसे पुरूष पुलिस कर्मियों द्वारा महिला पीटीआई के साथ बदतमीजी की गई। उन पर आंसू गैस के गोले छोड़ने की कड़ी निंदा की तथा इस मामले को लेकर आज रोहतक ज़िले के सभी पीटीआई व डीपीई ने जांच करवाने के लिए उपायुक्त के मार्फत मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपा।
सर्व कर्मचारी संघ के ज़िला प्रधान आज कर्मबीर सिवाच ने भी धरने पर शिरकत की और कहा कि सरकार की तानाशाही नीति के कारण आज सभी वर्ग परेशान हैं। सरकार ने इन निर्दोष पीटीआई को स्कूलों में भेजने की बजाए लगभग 3 महीने से ऊपर सड़कों पर बैठने को मजबूर कर रही है।
उन्होंने किसान पर हो रहे अत्याचार पर भी खेद व्यक्त किया। इसी के साथ कल चरखी दादरी में हुए लाठीचार्ज और आंसू गैस के गोले जो वहां के पुलिस प्रशासन द्वारा दागे गए थे, वो सभी एक्सपायरी डेट के थे। सरकार अब आन्दोलन को डण्डों और एक्सपायरी डेट के गोले दाग कर पीटीआई टीचरों के आन्दोलन को कुचलना चाहते हैं।
सिवाच ने कहा कि सरकार अब भी नहीं जागी तो आने वाला समय हमारा होगा और सरकार की तानाशाही के खिलाफ जोरदार प्रदर्शन किया जाएगा। वहीं दिशा छात्र संगठन से मंजीत ने कहा कि 28 सितम्बर को भगत सिंह की याद में मशाल जलूस में शामिल होने की बात कही। आज धरने पर ज़िले के सभी पीटीआई और डीपीई मौजूद थे।