मांगी यूनिवर्सिटी, इंजीनियरिंग कॉलेज, सैनिक स्कूल, उपमंडल और 100 बेड के अस्पताल
भारत सारथी जुुुबैर खान नूंह

हरियाणा प्रदेश के मुख्यमंत्री मनोहर लाल द्वारा विधायकों, सांसदों और आम नागरिकों से प्रदेश की तरक्की के लिए 20 फरवरी तक सुझाव मांगे गए थे। जिला मेवात की तरफ से एक पति-पत्नी राजूद्दीन-सबीला जंग ने गहन अध्ययन के बाद 50 बिंदुओं को बजट में शामिल करने के लिए अपने सुझाव भेजे हैं। माना जा रहा है कि अगर अधिकतम सुझाव हरियाणा सरकार ने बजट में शामिल कर लिए तो मेवात जिला फिर पिछड़ा नहीं रहेगा। मौजूदा वक्त में जिले की आबादी 15 लाख से अधिक हो चुकी है किंतु जनसंख्या के हिसाब से अभी तक मूलभूत सुविधाएं गांवों और कस्बों में नहीं है।
इन सुझावों में मेवात की राजधानी के नाम से प्रसिद्ध नगीना को तरजीह दी गई है। क्योंकि अलग जिला बनाने के बावजूद नगीना में आज भी उपमंडल, तहसील, नगर पालिका, विश्रामगृह, दमकल केंद्र, बस अड्डा, अनाज मंडी व सीएचसी नहीं है। हालांकि तावडू, पुन्हाना, फिरोजपुर झिरका और नूंह में यह सुविधाएं लंबे वक्त से दी जा रही हैं। जानी-मानी सामाजिक संस्था मेवात आरटीआई मंच के राष्ट्रीय संयोजक एवं मेवात के समाज सुधारक राजूद्दीन ने बताया कि शिक्षा के क्षेत्र में एक विश्वविद्यालय, एक सैनिक स्कूल के साथ-साथ पुन्हाना, नगीना और फिरोजपुर झिरका में इंजीनियरिंग-पाॅलिटेनिक कॉलेज खोलना की सिफारिश की गई है।

पिनगवां व कुर्थला में कॉलेज और घागस, भादस, उमरा, बसईखांजादा, महूं, तिगांव, नांगल मुबारिकपुर, कंकरखेडी व मरोडा के स्कूलों को 12वीं कक्षा का दर्जा देना। वहीं उर्दू जेबीटी के 1000 पद स्वीकृत एवं भर्ती करना। एक बालिका जवाहर नवोदय विद्यालय खोलना, पिनगवां में केंद्रीय विद्यालय खोलना, स्कूलों में रिक्त पड़े पदों को भरने के लिए बेरोजगार जेबीटी, बीएड, बीए एमए को डीसी रेट पर लगाना शामिल है। राजूद्दीन ने बताया कि स्वास्थ्य के क्षेत्र में जिला में तैैनात दंत चिकित्सकों व पैरामेडिकल स्टाफ को मेवात चिकित्सा भत्ता देना।
फिरोजपुर झिरका और पुन्हाना सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों को 100-100 बेड बनाना। वहीं नगीना, पिनगवां, घासेड़ा, सिंगार, मरोड़ा, तिगांव, उजीना, मोहम्मदपुर अहीर के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों को सीएचसी बनाना। इसके अलावा कंसाली, बसईखांजादा, जलालपुर नूूंह, बिछौर, बिक्टी, रीठट में राजकीय आयुष औषधालय खोलने की मांग रखी गई है। इधर रावली, घागस, बदरपुर, छारोडा, साकरस में नए पीएचसी खोलने का सुझाव हैै।
सामाजिक संगठन मौजी खान चैरिटी की सदर सबीला जंग ने बताया कि कृषि-सिंचाई एवं बिजली क्षेत्र में बनारसी नहर को अपग्रेड एवं मरम्मत करना। मरोडा गांव में कृषि विज्ञान केंद्र तथा कोटला झील का विस्तार 1000 एकड़ भूमि में करना। घागस गांव में नया बिजलीघर खोलना, पुन्हाना में बिजली निगम का कार्यकारी अभियंता बैठाना। पिनगवां, साकरस, उजीना को बिजली उपमंडल का दर्जा देते हुए नूंह में बिजली विभाग का मुख्य कार्यकारी अभियंता बिठाना आदि शामिल है। महिला एवं बाल विकास के क्षेत्र में 500 नए आंगनवाडी केंद्र खोलना तथा सिंगार, साकरस, पिनगवां, मालब, उजीना, इंडरी में नये सीडीपीओ दफ्तर खोलने की मांग है।
सबीला जंग ने बताया कि पिनगवां व इंडरी को नगरपालिका बनाना। इसके अलावा पिनगवांं, मालब, सिंगार और साकरस को उपतहसील का दर्जा देना। नगीना-होडल स्टेट हाइवे, तावडू-नूंह-होडल व नूंह-मिंडकोला-पलवल सड़क को फोरलेन बनाना। उधर मेवात जिला के बीचों बीच दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे पर मरोडा गांव में कट देना एवं आईएमटी नगरी बसाना। खेलों को बढ़ावा देने के लिए पिनगवां में प्रदेश स्तरीय खेल स्टेडियम बनाना।
सक्षम योजना में कार्यरत बेरोजगारों को डीसी रेट देना। गांव घागस, बदरपुर, मरोडा में पशु चिकित्सालय खोलना व नगीना पशु चिकित्सालय को अपग्रेड करना। गुरूग्राम-सोहना मैट्रो का विस्तार बड़कली चौक तक करना तथा रेललाइन से जोड़़ना। नगीना में न्यायिक परिसर तथा उपमंडल बनाना आदि सुझाव दिए गए है। फोटो: राजूद्दीन, सबीला जंग