बोले: अपनी नाकामी छिपाने को देश की सरकारी संपंत्तियों को बेचने का काम कर रही है सरकार

पंचकूला,16 मार्च। आम आदमी पार्टी ने बैंक कर्मियों की दूसरे दिन भी जारी हड़ताल का समर्थन किया है। पार्टी का कहना है कि जिस तरह से निजीकरण के नाम पर सरकार एक एक कर सभी सरकारी कंपनियों के साथ साथ अब बैंकों को भी निजीकरण करने जा रही है, उससे इन आंदोलनरत कर्मियों का परेशान होकर हउ़ताल करना पूरी तरह से उचित है। ऐसे में आम आदमी पार्टी इन बैंक कर्मियों के साथ साथ आने वाले दिनों में हड़ताल करने की घोषणा कर चुके एलआईसी कर्मियों के भी साथ पूरी तरह से कंधे से कंधा मिलाकर खड़ी है।
आज यहां जारी एक ब्यान में पार्टी के उत्तरी हरियाणा जोन के सचिव योगेश्वर शर्मा ने कहा कि इन बैंक कर्मियों के तो माथे पर तलवार लटकी ही हुई होगी। वे तो सोच रहे होंगे कि आज नहीं तो कल नौकरी गई और इसीलिए वे सब मैदान में आ गए हैं। उन्होंने कहा कि उन्हें मिली जानकारी के अनुसार जोकि मनिस्टरी ऑफ कोरपोरेटस ऑफेयर के हैं, के अनुसार देश में लॉकडाउन के दौरान करीब 10113 कंपनियां बंद हो गईं। इनमें दिल्ली व एनसीआर के इलाके में 2394,यूपी में 1936, महाराष्ट्र में 1269, तामिलनाडू में 1322 कर्नाटक में 836, चंडीगढ़ में 501, राजस्थान में 469, तेलेंगना में 404, मध्यप्रदेश में 111 ,बिहार में 104, छत्तीसगढ़ में 47, उड़ीसा में 78, गुजरात में 17 कंपनियों इस लिए बंद हो गई क्योंकि वे अपने लिए कर्ज का जुगाड़ नहीं कर पाये। उन्होंने कहा कि दूसरी ओर सरकार आये दिन किसी न किसी सरकारी उद्यम को बेचने की योजनाये बनाये बैठी है।
उन्होंने कहा कि देश में युवाओं को रेाजगार पहले ही नहीं मिल रहा और हमारे देश की अर्थव्यवस्था में कोई सुधार नहीं हो रहा है। ऐसे में इन सरकारी बैंकों, एलआईसी, सहित अन्य सरकारी उपक्रमों के कर्मियों की ङ्क्षचता वाजिब है कि उनकी नौकरी आज नहीं तो कल चली ही जायेगी। उन्होंने कहा कि सरकार अपनी नाकामी छिपाने के लिए निजीकरण का सहारा ले रही है। उन्होंने कहा कि आईडीबीआई बिक गया दो और बैंक बिकने को तैयार हैं,एलआईसी बिकने की कगार पर है,ऐसे में देश को और बड़े नुक्सान की ओर धकेला जा रहा है। उन्होंने कहा कि सरकार को अपने इन इरादों पर बिराम देना चाहिए और कर्मचारियों की बात सुननी चाहिए।