सामाजिक समरसता मंच ने किया समरस समाज का महत्व, चुनौतियां व हमारी भूमिका विषय पर कार्यक्रम

गुरुग्राम-महामंडलेश्वर स्वामी धर्मदेव महाराज का कहना है कि समरस समाज के बिना शक्तिशाली भारत की कल्पना भी नहीं की जा सकती है। सामाजिक समरसता भारतीय समाज के सनातन संस्कार का मूलमंत्र है। इसको आत्मसात किए बिना विश्वगुरु के स्थान पर आरूढ़ होने की परिकल्पना को साकार नहीं किया जा सकता है। स्वामी धर्मदेव सामाजिक समरसता मंच द्वारा आयोजित गौरव जिंदल स्मरणात्मक समरस समाज का महत्व, चुनौतियां व हमारी भूमिका व्याख्यानमाला में मुख्य वक्ता के रूप में बोल रहे थे। यह कार्यक्रम भगवान वाल्मीकि जयंती के उपलक्ष्य में आयोजित किया गया था।
श्री एस एन सिधेश्वर स्कूल में आयोजित इस व्यख्यान माला में बोलते हुए स्वामी धर्मदेव ने कहा कि गीता में भगवान श्री कृष्ण ने भी कहा है कि समता ही योग है। हम दुनियाँ में शंखनाद करते ही हैं कि सारे जहां से अच्छा हिन्दोस्तां हमारा लेकिन यह अच्छा तब है जब सम्पूर्ण भारत वर्ष का जीवन मानवतावादी होगा। सर्व समाज की एकता के बिना यह सम्भव ही नहीं है। भारत जैसे महान देश में जातीय भेद के लिए कोई स्थान नहीं है। हर जाति वर्ग का अपना विशेष स्थान है। कोई अछूत नहीं है। भारत तो सम्पूर्ण विश्व के कल्याण की कामना करता है, ऐसे में अपने ही लोगों से जाति आधारित घृणा पाप के समान है। मानवधर्म ही सबसे बड़ा धर्म है। हम सबको अपने जीवन में यह धारणा धारण करनी चाहिए। इससे पूर्व मंच संचालक डॉक्टर अशोक दिवाकर ने कार्यक्रम की प्रस्तावना रखते हुए कहा कि वनवासी गिरी वासी बंधुओं को भी समाज की मुख्यधारा से जोड़ना होगा। दूरदर्शिता के अभाव में यह समाज सर्वदा वंचित रहा है ।।उनके बिना भी सर्व समाज की एकता को साकार नहीं किया जा सकता।
मुख्य अतिथि के रूप में बोलते हुए राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के प्रांत संघचालक पवन जिंदल ने कहा कि सृष्टि निर्माण के समय कोई जाति नहीं थी। हम किस कुल में जन्म लेंगे जब यह हमारे हाथ में नहीं है तो फिर भगवान की बनाई इस व्यवस्था में घृणा करने का भी कोई अधिकार नहीं है।वसुधैव कुटुम्बकम् की अवधारणा को मानने वाला भारत देश समूचे विश्व को अपना परिवार मानता है तो फिर अपने समाज के बन्धुओं से केसी छुआछूत। यह भारत की परम्परा नहीं है। बदलते दौर में अब इस कुरुति को समाप्त करना होगा। उनके अनुसार अनेक ऐसी विघटनकारी ताकते जो जातीय भेद करके देश को तौड़ने का प्रयास कर रहीं है। हम सबको मिलकर समरस समाज की स्थापना करते हुए विघटनकारी ताकतों को मुँहतौड़ जवाब देना होगा। श्री जिंदल का मानना है कि यह परम्परा अपने परिवार से ही शुरू करनी होगी। अपने घरों में काम करने आने वाले बन्धुओं से मैत्री भाव रखना होगा। कोई छोटा बड़ा नहीं है। सब भारत माता के लाल है।
कार्यक्रम के विशिष्ठ अतिथि डॉ धर्मपाल व श्री एस एन सिधेध्वर स्कूल संस्थान समूह के अध्यक्ष राम अवतार बिट्टू ने कहा कहा कि प्रत्येक व्यक्ति को देश प्रेमी होना चाहिए। देश प्रेम के साथ समरसता का भाव जागृत होगा तो इसके गुणात्मक परिणाम सामने आएंगे। हम एक दूसरे पर निर्भर है। एक समाज दूसरे समाज पर निर्भर है। इसी से राष्ट्र का निर्माण होता है। यदि समाज में आपसी भाईचारे व समरसता का अभाव है तो इससे राष्ट्र का ही नुकसान होगा। उन्होंने कहा कि उसके प्रारंभिक काल से ही बच्चों को समरस समाज के संस्कार देने होंगे। स्कूलों में भी ऐसे पाठ्यक्रमों पर जोर दिया जाना चाहिए। हमारे मन में परिवर्तन होगा तभी समरस समाज की परिकल्पना को साकार किया जा सकता है। केवल बाहरी आवरण से ही यह संभव नहीं है।
सामाजिक समरसता मंच के जिला अध्यक्ष नरेश शर्मा ने धन्यवाद प्रेषित किया।
इस अवसर पर आरएसएस महानगर संघचालक जगदीश ग्रोवर, विभाग कार्यवाह हरीश कुमार, महानगर कार्यवाह संजीव सैनी, एससी एसटी मोर्चा के प्रधान रणजीत सिंह, महामंत्री कृष्ण कुमार, सामाजिक कार्यकर्ता सुमेर सिंह तंवर,लाजपत राय, नानक चंद, सुशील सौदा, योगेश कुमार, भारतीय मजदूर संघ के प्रांत अध्यक्ष वीरेंद्र शर्मा, भारत विकास परिषद दक्षिण हरियाणा के उपाध्यक्ष अरुण अग्रवाल, वरिष्ठ समाजसेवी वेद प्रकाशमंगला,आरके गर्ग ,प्रदीप जैन, भारत विकास परिषद नगर निगम के पार्षद अश्वनी शर्मा सुभाष सिंगला योगेंद्र सारवान कपिल दुआ कुलदीप यादव राष्ट्रीय मिसेज इंडिया सौंदर्य प्रतियोगी श्रीमती भावना महतो प्रसिद्ध शिक्षाविद डॉ राम किशोर पूनिया सभासद लक्खा महावीर भारद्वाज आचार्य ब्रिगेडियर ए एल संदल संघचालक यशपाल शिवदत्त वनवासी कल्याण आश्रम के प्रांत अध्यक्ष महिंद्र नरेश भारतीय जनता पार्टी मीडिया प्रभारी रामवीर भाटी यशवंत शेखावत ईश्वर मित्तल सतीश गिराया, भाजपा जिला सचिव सुरेंद्र गहलोत , विवेकानंद तिवारी,श्री चंद गुप्ता गुरुग्राम शाखा महिला संयोजिका प्रतिमा गुप्ता, अध्यक्ष सुभाष गुप्ता, सचिव देवेश गुप्ता, कोषाध्यक्ष प्रवेश गर्ग, सामाजिक समरसता मंच हरियाणा के पूर्व अध्यक्ष महेंद्र यादव, जिला सामाजिक समरसता मंच के सदस्य रोहतास, हरीश, कामोद केके वर्मा ,बनारसी दास, जेके शर्मा, धर्मपाल, गिरिराज आदि उपस्थित थे।