Tag: डॉo सुरेश वशिष्ठ. गुरुग्राम

लघुकथा…….हुस्न की मलिका

सुरेश वशिष्ठ पालकी का पर्दा उठाकर उसने हुस्न की मलिका को देखा। उसकी नजरें झुकी हुई थी और आँखों से आँसुुुुओं की धार बह रही थी। उसके यौवन की चमक…

लघुकथा – वीर अमर सिंह

डॉo सुरेश वशिष्ठ. गुरुग्राम वीर अमर सिंह इतिहास के पन्नों में वीर अमर सिंह का कहीं कोई जिक्र नहीं है । परंतु इसकी वीरता के जुबानी चर्चे हरियाणा की धरती…