शरीर, प्राण, मन, बुद्धि और हृदय की सजगता और समग्रता ही है ‘मास्टर की’: डॉ. शाश्वतानंद
स्वस्थ प्राणों का लक्षण है उत्साह, सकारात्मकता और प्रसन्नता,जीवन में सफलता के लिए प्राणों का उत्साहित होना अत्यंत आवश्यक। श्रीमद्भगवद्गीता प्रमाणपत्र पाठ्यक्रम का शुभारंभ। वैद्य पण्डित प्रमोद कौशिक कुरुक्षेत्र, 15…