Category: हरियाणा

हमारी जड़ों को हमसे जोड़ती है सरस्वती नदी: एसपी बघेल

केंद्रीय मंत्री एसपी बघेल ने आज झांसा रोड पर सरस्वती नदी के किए दर्शन। वैद्य पण्डित प्रमोद कौशिक कुरुक्षेत्र, 26 जून : केन्द्रीय राज्यमंत्री एसपी बघेल ने कहा कि सरस्वती…

अन्तरराष्ट्रीय ओलम्पिक दिवस के सम्मान मे भारतीय शतरंज महासंघ ने देश के नेशनल शतरंज खिलाडियो के लिये वजीफा योजना शुरू की

पांच बार के विश्व विजेता वर्ल्ड नंबर 1 खिलाड़ी मैग्नस कार्लसन को ड्रा के लिये विवश करने वाले भारत के 9 साल के बच्चे शतरंज खिलाड़ी आरित कपिल को बधाई…

पेंशन का अधूरा वादा : भारत के बुज़ुर्गों के लिए सामाजिक सुरक्षा की लड़ाई

भारत आज जनसंख्यिकीय संक्रमण के उस मोड़ पर खड़ा है, जहाँ युवाओं की अधिकता के पीछे छिपी एक चुप्पी है — बुज़ुर्गों की बढ़ती आबादी, जिनके पास न आय का…

लैंगिक समानता की राह में भारत की गिरावट: एक चिंताजनक संकेत

-प्रियंका सौरभ विश्व आर्थिक मंच (वर्ल्ड इकनॉमिक फोरम) की वैश्विक लैंगिक अंतर रिपोर्ट 2024 में भारत को 148 देशों में 131वाँ स्थान प्राप्त हुआ है। यह न केवल दो पायदान…

रेवाड़ी में 200 बेड के अस्पताल को लेकर गांवों में खींचतान, राजनीति की चपेट में फंसा स्वास्थ्य प्रकल्प: वेदप्रकाश विद्रोही

रेवाड़ी, 26 जून 2025 – स्वयंसेवी संस्था ग्रामीण भारत के अध्यक्ष वेदप्रकाश विद्रोही ने आरोप लगाया है कि पिछले आठ वर्षों से रेवाड़ी में प्रस्तावित 200 बेड के अस्पताल का…

संविधान के हत्यारे कौन? – जब अवसरवाद शर्म को भी खा जाता है !

राजनीति में परिवर्तन स्वाभाविक है, लेकिन चरित्रहीनता नहीं। आज जो नेता इंदिरा गांधी को कोसते हुए ‘संविधान बचाओ’ का नारा लगा रहे हैं, कल को वही सत्ता में बने रहने…

कांग्रेस स्वाभाविक रूप से लोकतंत्र विरोधी : मोहन लाल बड़ौली

कांग्रेस की नीयत आज भी तानाशाही वाली है : बड़ौली इंदिरा गांधी द्वारा थोपा गया आपातकाल इतिहास का काला अध्याय : मोहन लाल बड़ौली कांग्रेस ने आपातकाल लगाकर संविधान को…

सिरसा जिला में बढ़ रहा हैं कैंसर पीड़ितों का आंकड़ा पर इलाज के लिए कोई सुविधा नहीं: कुमारी सैलजा

कहा- 400 किमी. दूर बीकानेर जिला में जाकर इलाज करवा रहे है सिरसा के कैंसर मरीज प्रदेश सरकार को जल्द से जल्द करना चाहिए सिरसा में कैंसर जांच और उपचार…

नया लोकतंत्र? (संपादकीय स्थान रिक्त है) : “जब कलम चुप हो जाए: लोकतंत्र का शोकगीत”

आपातकाल के दौरान अख़बारों ने विरोध में अपना संपादकीय कॉलम ख़ाली छोड़ा था। आज औपचारिक सेंसरशिप नहीं है, लेकिन आत्म-सेन्सरशिप, भय और ‘राष्ट्रभक्ति’ के नाम पर विचारों का गला घोंटा…

“आपातकाल की यादें नहीं, लोकतंत्र की चेतना चाहिए”: वेदप्रकाश विद्रोही

– भाजपा पर लगाए अघोषित आपातकाल, संविधान और संस्थाओं के फर्जीवाड़े का आरोप गुरुग्राम, 25 जून 2025 (भारत सारथि): आपातकाल की 50वीं बरसी पर जब देशभर में राजनीतिक बयानबाज़ी तेज…