Category: विचार

मानव जीवन की प्रगति के मूल मंत्र: विद्या, ज्ञान और कौशल

सत् विद्या यदि का चिन्ता, वराकोदर पूरणे-यदि सच्चा ज्ञान हो तो भूख मिटाने की चिंता नहीं करनी पड़ती। पृथ्वी पर बुद्धि क्षमता में सर्वश्रेष्ठ मानव योनि- विद्या, ज्ञान और कौशलता…

“पहलगाम में आतंकी हमला: राष्ट्र के साथ खड़े होने का समय”

प्रश्न पूछने के अवसर भी आएँगे, अभी राष्ट्र के साथ खड़े होने का समय है। राष्ट्र सर्वोपरि। हाल की पहलगाम घटना में एक हिंदू पर्यटक को आतंकवादियों ने धार्मिक पहचान…

“स्वतंत्र स्त्री का भय: हिंदी साहित्य का अपच” ……… “हिंदी साहित्य की आँख में किरकिरी: स्वतंत्र स्त्रियाँ”

हिंदी साहित्य जगत को असल स्वतंत्र चेता प्रबुद्ध स्त्रियां अभी भी हजम नहीं होती। उन्हें वैसी ही स्त्री लेखिका चाहिए जैसा वह चाहते हैं। वह सॉफ्ट मुद्दों पर लिखे, परिवार,…

बाहरी स्वच्छता से पहले आंतरिक शुद्धता जरूरी !  हिन्दू होकर हम हिंदू नहीं, फिर वो हमें हिंदू क्यों मानें! 

सुशील कुमार ‘नवीन ‘ पहलगाम में आतंकियों द्वारा 26 पर्यटकों की हत्या की घटना इन दिनों अन्तर्राष्ट्रीय स्तर तक चर्चा में है। इस घटना के परिणाम भविष्य में क्या रहेंगे।…

“भारत में इस्तीफा देने वाले आईएएस और आईपीएस अधिकारियों का संकट।”

“सिविल सेवा का संकट: इस्तीफों के बढ़ते सिलसिले के कारण और प्रभाव” “सिविल सेवा में इस्तीफों का मंथन: राजनीति, प्रशासन और मानसिक तनाव का समीकरण” “नौकरशाही के दिग्गजों का पलायन:…

UPSC टॉपर या जाति टॉपर? …………… प्रतिभा गुम, जाति और पृष्ठभूमि का बाज़ार गर्म

देश की सबसे प्रतिष्ठित परीक्षा अब जातीय गौरव का तमाशा बन चुकी है। जैसे ही रिज़ल्ट आता है, प्रतिभा और मेहनत को धकिया कर जाति, धर्म और ‘किसान की झोपड़ी’…

पहलगाम आतंकवादी हमले के खिलाफ भारत के साथ पूरी दुनिया एकजुट

पहलगाम हमले की निंदा करने वालों में खुद कश्मीर की आम जनता व मुस्लिम वर्ल्ड भी शामिल हो गया है अंतरराष्ट्रीय जगत में आतंकवाद के खिलाफ़ लड़ाई में भारत को…

“पशु सेवा, जनसेवा से कम नहीं” …….. विश्व पशु चिकित्सा दिवस पर एक विमर्श”

विश्व पशु चिकित्सा दिवस हर साल अप्रैल के अंतिम शनिवार को मनाया जाता है, जिसका उद्देश्य पशु चिकित्सकों की भूमिका को सम्मान देना और पशु स्वास्थ्य, मानव स्वास्थ्य व पर्यावरण…

भारतीय कैबिनेट सुरक्षा समिति के पाँच सख्त निर्णयों से घबराया पाकिस्तान ……….

शिमला समझौता रद्द करने की धमकी—क्या भारत को मिलेगा POK वापस लेने का खुला रास्ता? पहलगाम आतंकी हमला पाक को पड़ गया महंगा? पानी वीजा सीमाचौकी बंद-अबकी बार फाइनल जंग?…

राजनीति की रंगमंचीय दुश्मनी और जनता की असली बेवकूफी…….नेताओं की मोहब्बत और जनता की नादानी

कभी किरण चौधरी और शशि थरूर मंचों पर एक-दूसरे के खिलाफ़ खड़े होते हैं, कभी हिंदू-मुस्लिम के नाम पर पार्टियों की नीतियाँ बँटती हैं, और इसी बीच पिसती है आम…