Category: हिसार

अंततः देश में जाति जनगणना: प्रतिनिधित्व या पुनरुत्थान?

भारत में दशकों से केवल अनुसूचित जातियों और जनजातियों की गिनती होती रही है, जबकि अन्य जातियाँ नीति निर्माण में अदृश्य रहीं। जाति जनगणना केवल गिनती नहीं, बल्कि सामाजिक न्याय…

“स्वतंत्र स्त्री का भय: हिंदी साहित्य का अपच” ……… “हिंदी साहित्य की आँख में किरकिरी: स्वतंत्र स्त्रियाँ”

हिंदी साहित्य जगत को असल स्वतंत्र चेता प्रबुद्ध स्त्रियां अभी भी हजम नहीं होती। उन्हें वैसी ही स्त्री लेखिका चाहिए जैसा वह चाहते हैं। वह सॉफ्ट मुद्दों पर लिखे, परिवार,…

हकृवि में 16वें केन्द्रीय वित्त आयोग ने किया दौरा व विश्वविद्यालय के बारे में ली जानकारियां …..

– सेंटर फॉर माइक्रोप्रोपेगेशन एंड डबल हेपलोड प्रयोगशाला तथा डॉ मंगल सेन कृषि विज्ञान संग्रहालय का किया निरीक्षण हिसार 29 अप्रैल – चौधरी चरण सिंह हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय में मंगलवार…

बाहरी स्वच्छता से पहले आंतरिक शुद्धता जरूरी !  हिन्दू होकर हम हिंदू नहीं, फिर वो हमें हिंदू क्यों मानें! 

सुशील कुमार ‘नवीन ‘ पहलगाम में आतंकियों द्वारा 26 पर्यटकों की हत्या की घटना इन दिनों अन्तर्राष्ट्रीय स्तर तक चर्चा में है। इस घटना के परिणाम भविष्य में क्या रहेंगे।…

जीएसटी नियमों में सरलीकरण और दरों में एकरूपता लाना जरूरी: सुरेश गोयल

“एक या दो दरों वाला टैक्स सिस्टम हो अधिक प्रभावी, छोटे व्यापारियों को मिलेगी बड़ी राहत” हिसार, 29 अप्रैल। भारतीय जनता पार्टी के पूर्व जिला महामंत्री सुरेश गोयल ने केंद्रीय…

“भारत में इस्तीफा देने वाले आईएएस और आईपीएस अधिकारियों का संकट।”

“सिविल सेवा का संकट: इस्तीफों के बढ़ते सिलसिले के कारण और प्रभाव” “सिविल सेवा में इस्तीफों का मंथन: राजनीति, प्रशासन और मानसिक तनाव का समीकरण” “नौकरशाही के दिग्गजों का पलायन:…

“जहां घूंघट गिरा, वहां सिर ऊंचे हुए ……… ढाणी बीरन से उठी हौसलों की एक नई फसल।”

ढाणी बीरन की चौपाल से उठी नई सुबह: हरियाणा के एक गांव ने बेटियों-बहुओं को घूंघट से दी आज़ादी > “परंपरा तब तक सुंदर है, जब तक वह पंख न…

“पशु सेवा, जनसेवा से कम नहीं” …….. विश्व पशु चिकित्सा दिवस पर एक विमर्श”

विश्व पशु चिकित्सा दिवस हर साल अप्रैल के अंतिम शनिवार को मनाया जाता है, जिसका उद्देश्य पशु चिकित्सकों की भूमिका को सम्मान देना और पशु स्वास्थ्य, मानव स्वास्थ्य व पर्यावरण…

टीवी पर लाहौर जीत लिया, ज़मीन पर आँसू बहा दिए

— जब राष्ट्रवाद स्क्रीन पर चमकता है और असली ज़िंदगी में धुंधला पड़ जाता है। न्यूज़ चैनल राष्ट्रवाद को एक स्क्रिप्टेड तमाशे की तरह पेश करते हैं। रात में टीवी…

उकलाना के गांवों में पीने के पानी की भारी किल्लत, ग्रामीणों में उबाल

“बोर का जहरीला पानी पीने को मजबूर, प्रशासन बना मौन दर्शक” — पूनिया ???? उकलाना, 25 अप्रैल 2025 – उकलाना क्षेत्र के गांवों में पीने के पानी की गंभीर समस्या…