जीव जंतु कल्याण विभाग की टीम बच्चे को रोहतक चिड़ियाघर लेकर गई
भारत सारथी/ कौशिक

नारनौल । नांगल चौधरी खंड के गांव दौखेरा की पहाड़ियों में तेंदुए का एक मादा शावक (बच्चा) मिला है, जिससे ग्रामीणों में सनसनी फैल गई है। बाद में ग्रामीणों ने इसे पुलिस के हवाले कर दिया। वन्य जीव जंतु कल्याण विभाग की टीम ने इस शावक को रोहतक के चिड़ियाघर लेकर गई है, जहां इस बच्चे का पालन-पोषण किया जाएगा। यह बच्चा करीब तीन महीने का है। लेकिन पहाड़ पर और भी जंगली जानवर होने की आशंका के चलते ग्रामीणों में भय का माहौल बना हुआ है।
ग्रामीणों ने बताया कि दौंखेरा के पहाड़ को लीज पर छोड़ा गया है। जिस पर बीते दिनों खनन कार्य शुरू हो गया। चहल-पहल बढ़ने पर गांव के कुछ युवक पहाड़ पर घूमने चले गए। वे रात के आठ बजे वहीं एक पत्थर पर बैठकर बातचीत कर रहे थे। इसी दौरान उनके पास एक बिल्ली जैसा जानवर आया तथा उनके इर्द-गिर्द उछल-कूद करने लगा। संदेह होने पर उन्होंने मोबाइल का टार्च जलाकर जानवर का पीछा किया। उन्होंने बच्चे को पकड़कर पहचाना तो वह तेंदुए का बच्चा निकला।
तब उन्होंने पुलिस कंट्रोल रूम में फोन किया। सूचना मिलने पर नांगल चौधरी थाने से पुलिस मौके पर पहुंच गई। उन्होंने ग्रामीणों की मदद से बच्चे को नजदीक के एक मकान में रख दिया तथा वन विभाग के अधिकारियों को सूचना दे दी। गांव में पहुंचे वन विभाग के रेंज अधिकारी रजनीश यादव ने उक्त जानवर को तेंदुए का मादा शावक होने की पुष्टि की। इसके बाद उन्होंने वाइल्ड लाइफ विभाग को रिपोर्ट भेजकर उनकी टीम को मौके पर बुलाया। विभाग ने तेंदुए के मादा बच्चे को कब्जे में लेकर रोहतक के चिड़ियाघर में भेज दिया है।
रेंज अधिकारी रजनीश यादव ने बताया कि तेंदुए का मादा बच्चा संभवत: इसकी माता से बिछड़ गया। रास्ता भटकने की वजह से ही ग्रामीणों की पकड़ में आया है। उन्होंने पहाड़ पर और जंगली जानवर होने की संभावना जताई है। इसलिए सर्तकता बरतने की जरूरत है।
शनिवार प्रात: आवश्यक कागजी कार्यवाही करने उपरांत वाइल्ड लाइफ टीम तेंदुए के बच्चे को अपने कब्जे में लेकर रोहतक के चिड़ियाघर लेकर गई है।