फौगाट खाप ने पगड़ी पहनाकर सम्मानित किया राज्यपाल को
चरखी दादरी जयवीर फोगाट

02 जनवरी – दादरी आकर मुझे खशी होती है और यहां आकर परमपूजनीय संत स्वामीदयाल जी के आगे मत्था टेकना मैं अपना सौभाग्य समझता हूं।
संत स्वामीदयाल जी की समाध पर फौगाट खाप की ओर से आयोजित सम्मान समारोह को संबोधित करते हुए मेघालय के राज्यपाल सत्यपाल मलिक ने ये शब्द कहे। उन्होंने कहा कि दादरी से उनका बचपन का लगाव रहा है और वे यहां आकर बेहद प्रसन्न होते हैं। राज्यपाल ने कहा कि खाप पंचायतों का सदियों पुराना इतिहास रहा है और वे खाप पंरपरा का बहुत सम्मान करते हैं। उन्होंने बताया कि खाप पंचायतों ने समाज में मान-मर्यादा और भाईचारे की भावना को कायम रखने में अपना महत्वपूर्ण योगदान दिया है। समाज की एकता व अखंडता में खापें शुरू से ही सक्रिय भूमिका निभाती आई हैं। राज्यपाल ने बिहार के वैशाली नगर की पंचायत परंपरा का उदाहरण देते हुए बताया कि महात्मा बुद्ध के सुझाव पर सम्राट अशोक को भी युद्ध के स्थान पर वैशाली की पंचायत के आगे झुकना पड़ा था।

राज्यपाल सत्यपाल मलिक को फौगाट खाप की ओर से प्रधान बंसीसिंह नंबरदार ने पगड़ी पहनाकर सम्मानित किया। उन्होंने दादरी वासियों को मेघालय आने का निमंत्रण दिया। सत्यपाल मलिक ने कहा कि मेघालय को स्कॉटलैंड ऑफ ईस्ट कहा जाता है। गुरूदेव रविंद्रनाथ टैगोर और सुभाष चंद्र बोस भी कभी अपने स्वास्थ्य लाभ के लिए मेघालय आकर रहते थे।
इससे पहले राज्यपाल सत्यपाल मलिक दादरी लोकनिर्माण विश्रामगृह पहुंचे। यहां जिला प्रशासन की ओर से उपायुक्त प्रदीप गोदारा एवं पुलिस अधीक्षक दीपक गहलावत ने पुष्प भेंटकर राज्यपाल का स्वागत किया। मेघालय के राज्यपाल को पुलिस गारद ने ससम्मान सलामी दी। विश्रामगृह के बाद राज्यपाल अपने परिवार के सदस्य बृजमोहन फौगाट, जितेंद्र फौगाट तथा सम्राट फौगाट के निवास स्थान पर गए तथा दादरी निवासियों से अपने पुराने दिनों की खुलकर बातचीत की। राज्यपाल ने अपने परिवार के सदस्यों से कुशलक्षेम पूछी और उनको शुभकामनाएं तथा आशीर्वाद दिया।
इस अवसर पर फौगाट खाप के प्रधान बंसी नंबरदार, राजबीर फौगाट, पूर्व विधायक छत्तरपाल, राज्यपाल के निजी सचिव कंवर सिंह राणा, सूबेदार राजकुमार फौगाट, उदय सिंह फौगाट, कुलदीप फौगाट, दिलबाग फौगाट, जोरावर चरखी, जोगेंद्र अहलावत, कर्मवीर नांदल, दिनेश श्योराण, सुरेंद्र दीवान, रणबीर फौगाट, कृष्ण, गिरेंद्र सिंह एडवोकेट, सुरेश फौगाट, नरेंद्र फौगाट, रिंपी फौगाट, अशोक सांगवान, डा. अरूण फोगाट, अजय कौशिक और जिला के प्रशासनिक अधिकारियों सहित अनेक गणमान्य नागरिक उपस्थित रहे।