
नई दिल्ली/रेवाड़ी 3 फरवरी 2025 – स्वयंसेवी संस्था ‘ग्रामीण भारत’ के अध्यक्ष वेदप्रकाश विद्रोही ने दिल्ली विधानसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) द्वारा किए जा रहे वादों पर गंभीर सवाल खड़े किए हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा महिलाओं के वोट हासिल करने के लिए ‘मोदी की गारंटी’ का नारा दे रही है, जिसमें वादा किया जा रहा है कि दिल्ली में भाजपा सरकार बनते ही 8 मार्च (अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस) से महिलाओं को प्रति माह ₹2500 दिए जाएंगे।
हरियाणा में अधूरी गारंटी का सवाल
विद्रोही ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के पूर्व वादों को याद दिलाते हुए कहा कि हरियाणा विधानसभा चुनाव के दौरान भी महिलाओं को प्रति माह ₹2100 देने और गैस सिलेंडर ₹500 में उपलब्ध कराने की गारंटी दी गई थी। लेकिन चुनाव परिणाम आने के चार महीने बाद भी यह वादा पूरा नहीं हुआ।
इसके बजाय, भाजपा सरकार अब इन वादों पर शर्तें लगा रही है और कुछ गिनी-चुनी महिलाओं को ही लाभ देने की योजना बना रही है। उन्होंने आरोप लगाया कि यह रणनीति प्रदेश की महिलाओं को ठगने के लिए बनाई गई है, जैसा कि हरियाणा में देखने को मिला।
महिला सुरक्षा और भाजपा का दोहरा रवैया
विद्रोही ने महिला सुरक्षा के मुद्दे पर भी भाजपा को घेरा। उन्होंने सवाल किया कि यदि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ‘बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ’ का नारा देकर बेटियों के हितैषी होने का दावा करते हैं, तो फिर हरियाणा भाजपा अध्यक्ष मोहन लाल बडोली के खिलाफ हिमाचल प्रदेश के कसौली में दर्ज दुष्कर्म के मामले पर चुप्पी क्यों साधी गई है?
हरियाणा सरकार में वरिष्ठ मंत्री अनिल विज ने सार्वजनिक रूप से बडोली से इस्तीफा मांग लिया है, लेकिन अन्य भाजपा नेता आरोपी के पक्ष में खड़े हैं। विद्रोही ने कहा कि जनता को खुद तय करना चाहिए कि मोदी जी ‘बेटी बचाओ’ के नाम पर सच में बेटियों की रक्षा कर रहे हैं या ऐसे लोगों को संरक्षण दे रहे हैं जो उन पर अत्याचार कर रहे हैं।
हरियाणा में प्रशासनिक अव्यवस्था और भाजपा की अंदरूनी कलह
विद्रोही ने हरियाणा की भाजपा सरकार में मची अव्यवस्था पर भी टिप्पणी की। उन्होंने कहा कि खुद भाजपा सरकार के वरिष्ठ मंत्री अनिल विज मुख्यमंत्री को ‘उड़न खटोला मुख्यमंत्री’ कहकर तंज कस रहे हैं और आरोप लगा रहे हैं कि मुख्यमंत्री न तो आम जनता की सुनते हैं और न ही अपने मंत्रियों और विधायकों की।
उन्होंने दावा किया कि हरियाणा में अफसरशाही पूरी तरह बेलगाम हो चुकी है और सरकार के मंत्री व विधायक खुद को असहाय महसूस कर रहे हैं।
“मोदी की गारंटी” – हकीकत या छलावा?
विद्रोही ने दिल्ली की जनता को आगाह करते हुए कहा कि भाजपा द्वारा किए जा रहे नए वादों को लेकर सतर्क रहने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि हरियाणा इसका जीवंत उदाहरण है, जहां भाजपा सरकार के नेता ही सरकार की लूट और अफसरशाही की मनमानी का रोना रो रहे हैं।
“ऐसे प्रधानमंत्री की किसी गारंटी पर भरोसा करना अपने पैरों पर कुल्हाड़ी मारने जैसा होगा,” विद्रोही ने कहा। उन्होंने जनता से अपील की कि वे भाजपा के वादों को हरियाणा के अनुभवों के आधार पर परखें और अपने निर्णय सोच-समझकर लें।