हमारी दिनचर्या और आहार में गड़बड़ी ही लीवर को गंभीर क्षति पहुंचा सकती है
लीवर मानव शरीर में सबसे महत्वपूर्ण अंगों में से एक है जो विष हरण,चयापचय और पाचन क्रिया में केंद्रीय भूमिका निभाता है
-एडवोकेट किशन सनमुखदास भावनानीं

हर वर्ष 19 अप्रैल को विश्व लिवर दिवस मनाया जाता है, जिसका उद्देश्य इस जीवनरक्षक अंग की देखभाल के लिए जागरूकता फैलाना है। तेज़ी से बदलती जीवनशैली, असंतुलित आहार और तनाव ने आज लीवर संबंधी बीमारियों को सामान्य बना दिया है। फैटी लिवर, सिरोसिस और यहां तक कि लिवर कैंसर जैसे रोग आज लाखों लोगों की जान ले रहे हैं। ऐसे में यह दिवस हम सभी के लिए आत्मविश्लेषण और सुधार का अवसर लेकर आता है।
लीवर का महत्त्व
लीवर हमारे शरीर का एक अत्यंत महत्वपूर्ण अंग है जो विषहरण, चयापचय और पाचन क्रिया में केंद्रीय भूमिका निभाता है। यह वसा को तोड़ता है, ज़रूरी पोषक तत्वों को संग्रहीत करता है और शरीर से विषाक्त पदार्थों को बाहर निकालता है। जब यह ठीक से काम नहीं करता, तब शरीर अनेक जटिलताओं से घिर सकता है।

लिवर स्वास्थ्य के चार स्तंभ
- संतुलित आहार:
पत्तेदार सब्जियां, हल्दी, लहसुन, खट्टे फल, साबुत अनाज और एंटीऑक्सीडेंट युक्त भोजन लीवर की कार्यक्षमता बढ़ाते हैं। तले हुए, प्रोसेस्ड और अधिक शक्कर युक्त खाद्य पदार्थों से दूरी बनाना ज़रूरी है। - नियमित व्यायाम:
सप्ताह में कम से कम पांच दिन, 30 मिनट का व्यायाम लीवर में वसा की मात्रा घटाने और वजन नियंत्रित रखने में मदद करता है। - शराब और विषाक्त पदार्थों से बचाव:
अत्यधिक शराब और अनावश्यक दवाइयाँ लीवर को नुकसान पहुंचाती हैं। इनसे दूर रहना और डॉक्टरी सलाह पर ही दवा लेना आवश्यक है। - नियमित जांच और हाइड्रेशन:
लिवर फंक्शन टेस्ट समय-समय पर कराते रहें और दिनभर पर्याप्त पानी पिएं ताकि शरीर से विषैले तत्व बाहर निकलते रहें।
लीवर के लिए 6 सरल और प्राकृतिक आदतें
- गर्म नींबू पानी:
सुबह-सुबह गर्म नींबू पानी लीवर को डिटॉक्स करने में सहायक है। - हल्दी का सेवन:
करक्यूमिन युक्त हल्दी लीवर की सूजन कम करती है और कोशिकाओं को पुनर्जीवित करती है। - आंतरायिक उपवास (Intermittent Fasting):
यह लीवर को आराम और खुद को साफ़ करने का अवसर देता है। सावधानी से अपनाएं। - डंडेलियन चाय:
यह पारंपरिक जड़ी-बूटी पित्त निर्माण को बढ़ाती है और वसा को तोड़ने में सहायक होती है। - ड्राई ब्रशिंग:
यह लसीका तंत्र को सक्रिय कर अपशिष्ट पदार्थों को बाहर निकालने में मदद करता है। - चुकंदर का सेवन:
चुकंदर लीवर एंजाइम को सक्रिय करता है और डिटॉक्स प्रक्रिया को तेज करता है।

घरेलू उपाय
- आंवला:
विटामिन-C युक्त आंवला लीवर की सूजन कम करता है और उसकी कार्यक्षमता को बेहतर बनाता है। - ग्रीन टी:
कैटेचिन्स युक्त ग्रीन टी वसा कम करती है और मेटाबॉलिज्म बढ़ाती है। - सेब का सिरका:
यह वसा कम करता है और शरीर को डिटॉक्स करने में मदद करता है। - नींबू पानी:
टॉक्सिन्स को बाहर निकालने और लीवर को स्वस्थ रखने में सहायक। - पपीते के बीज:
पपीते के बीजों का सेवन फैटी लिवर में फायदेमंद हो सकता है।
(किसी भी उपाय को अपनाने से पहले विशेषज्ञ की सलाह लेना आवश्यक है।)
निष्कर्ष
इस वर्ष विश्व लिवर दिवस 19 अप्रैल 2025 का संदेश है: “संतुलित भोजन ही ताकतवर औषधि है।” हमारी दिनचर्या और खानपान में लापरवाही लीवर को गंभीर क्षति पहुंचा सकती है। इसलिए, समय रहते सजग बनें और अपने लीवर को स्वस्थ रखने के लिए उचित कदम उठाएँ।
-संकलनकर्ता लेखक – क़र विशेषज्ञ स्तंभकार साहित्यकार अंतरराष्ट्रीय लेखक चिंतक कवि संगीत माध्यम सीए (एटीसी) एडवोकेट किशन सनमुखदास भावनानीं गोंदिया महाराष्ट्र