गुरुग्राम, 21 अप्रैल 2025 – गुरुग्राम के समाजसेवी इंजीनियर गुरिंदरजीत सिंह ने गैर-मान्यता प्राप्त प्ले और प्राइमरी स्कूलों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की है। उन्होंने कहा कि सरकार को ऐसे स्कूलों के लिए तत्काल पंजीकरण के लिए अधिसूचना जारी करनी चाहिए और निर्धारित समय सीमा में पंजीकरण न कराने वाले स्कूल संचालकों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जानी चाहिए।
हरियाणा सरकार की पहल
हरियाणा सरकार ने राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग (NCPCR) के दिशा-निर्देशों के तहत निजी प्ले स्कूलों के पंजीकरण को अनिवार्य कर दिया है। महिला एवं बाल विकास विभाग के अनुसार, सभी निजी प्ले स्कूलों को 6 वर्ष से कम आयु के बच्चों के लिए पंजीकरण कराना आवश्यक है। पंजीकरण की प्रक्रिया के लिए स्कूल संचालक NCPCR की वेबसाइट ncpcr.gov.in पर आवेदन कर सकते हैं।
नए नियम और शर्तें
सरकार द्वारा जारी दिशा-निर्देशों के अनुसार:
- प्रत्येक कक्षा में अधिकतम 20 बच्चों की अनुमति होगी।
- प्रत्येक कक्षा में एक शिक्षक और एक सहायिका की नियुक्ति अनिवार्य होगी।
- स्कूल परिसर में फायर सेफ्टी सर्टिफिकेट, सीसीटीवी कैमरे, आपदा प्रबंधन की व्यवस्था, और लड़के-लड़कियों के लिए अलग-अलग शौचालय की सुविधा होनी चाहिए।
- सभी कर्मचारियों का पुलिस सत्यापन आवश्यक है।
- स्कूलों को अभिभावक-शिक्षक संघ (PTA) का गठन करना होगा।
गैर-मान्यता प्राप्त स्कूलों के खिलाफ कार्रवाई
गुरिंदरजीत सिंह ने कहा कि फरीदाबाद में हाल ही में एक प्ले स्कूल में हुई दो वर्षीय बच्चे की संदिग्ध मौत जैसी घटनाएं दोबारा न हों, इसके लिए गैर-मान्यता प्राप्त स्कूलों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जानी चाहिए। उन्होंने चेतावनी दी कि यदि ऐसे स्कूलों ने निर्धारित समय में पंजीकरण नहीं कराया, तो वे स्वयं संबंधित थानों में एफआईआर दर्ज कराएंगे।
अभिभावकों से अपील
उन्होंने अभिभावकों से अपील की कि वे अपने बच्चों का दाखिला केवल मान्यता प्राप्त स्कूलों में ही कराएं और स्कूल की मान्यता की जांच अवश्य करें। इससे बच्चों की सुरक्षा और शिक्षा की गुणवत्ता सुनिश्चित की जा सकेगी।
निष्कर्ष
गुरिंदरजीत सिंह की मांग और हरियाणा सरकार की पहल से स्पष्ट है कि बच्चों की सुरक्षा और शिक्षा की गुणवत्ता सुनिश्चित करने के लिए गैर-मान्यता प्राप्त प्ले स्कूलों के खिलाफ सख्त कदम उठाए जा रहे हैं। अभिभावकों, समाजसेवियों और संबंधित विभागों को मिलकर इस दिशा में कार्य करना होगा ताकि भविष्य में ऐसी दुखद घटनाएं न हों।