भारत अमेरिका द्विपक्षीय वार्ता रणनीतिक सहयोग को मज़बूत करने पर सकारात्मक चर्चा हुई
13 वर्षों के बाद किसी अमेरिकी उपराष्ट्रपति व भारतीय पीएम की सफ़ल वार्ता-लाभकारी सहयोग के लिए दोनों देशों की सफ़ल प्रतिबद्धता
– एडवोकेट किशन सनमुखदास भावनानी

भारत-अमेरिका के बीच बढ़ते रणनीतिक संबंधों के परिप्रेक्ष्य में, 21 से 24 अप्रैल 2025 तक अमेरिकी उपराष्ट्रपति जे.डी. वेंस का भारत दौरा ऐतिहासिक और निर्णायक सिद्ध हुआ। इस दौरान उपराष्ट्रपति वेंस और उनकी भारतीय मूल की पत्नी उषा का भारत में भव्य स्वागत किया गया। यह दौरा न केवल द्विपक्षीय सहयोग को बढ़ावा देने की दृष्टि से महत्वपूर्ण रहा, बल्कि वैश्विक भू-राजनीतिक परिस्थितियों में भी इसकी विशेष भूमिका रही।
रणनीतिक बातचीत का स्वरूप:
13 वर्षों बाद किसी अमेरिकी उपराष्ट्रपति और भारतीय प्रधानमंत्री के बीच हुई यह उच्चस्तरीय बैठक, दोनों देशों की साझेदारी को नई दिशा देने वाली साबित हुई। व्यापार, रक्षा, प्रौद्योगिकी, जलवायु परिवर्तन, स्वास्थ्य सुरक्षा, और वैश्विक- क्षेत्रीय मुद्दों पर हुई सकारात्मक चर्चाओं ने सहयोग को एक नई गति दी है।
मुख्य बिंदु:

रणनीतिक साझेदारी की मजबूती: एशिया-प्रशांत क्षेत्र में चीन की बढ़ती सक्रियता के मद्देनज़र, भारत और अमेरिका ने ‘इंडो-पैसिफिक’ में संयुक्त भूमिका को और सशक्त करने का संकल्प लिया। उपराष्ट्रपति वेंस का यह दौरा रणनीतिक दृष्टि से अत्यंत महत्वपूर्ण रहा।
व्यापार और निवेश को प्रोत्साहन: भारत की तेज़ी से उभरती अर्थव्यवस्था और अमेरिका की निवेश अभिलाषा को ध्यान में रखते हुए, दोनों देशों ने व्यापारिक संधियों और शुल्क नीति पर गहन चर्चा की। अमेरिकी कंपनियों के लिए भारत में निवेश के नए अवसरों पर भी विचार हुआ।
प्रवासी भारतीयों से संबंधों का सुदृढ़ीकरण: वेंस की पत्नी उषा भारतीय मूल की हैं, जिससे यह दौरा भारतीय-अमेरिकी समुदाय के लिए भी विशेष रहा। सांस्कृतिक जुड़ाव और संबंधों में भावनात्मक पहलू की भी गहराई से चर्चा हुई।
वैश्विक मुद्दों पर सहयोग: जलवायु परिवर्तन, आतंकवाद, स्वास्थ्य सुरक्षा जैसे वैश्विक विषयों पर संयुक्त रणनीति विकसित करने पर भी सहमति बनी। दोनों नेताओं ने इन विषयों पर संवाद और कूटनीति के माध्यम से समाधान पर बल दिया।

पूर्व बैठकों की पृष्ठभूमि:
जून 2023 में प्रधानमंत्री मोदी की अमेरिका यात्रा और सितंबर 2024 में राष्ट्रपति बाइडेन की भारत यात्रा के बाद, यह दौरा संबंधों की निरंतरता को दर्शाता है। दोनों देशों के नेताओं की मुलाकात जी20 और G7 सम्मेलनों में भी होती रही है।
संयुक्त वक्तव्य के मुख्य अंश:
बैठक के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उपराष्ट्रपति वेंस ने कहा कि दोनों देशों ने पारस्परिक रूप से लाभकारी द्विपक्षीय व्यापार संधि पर चल रही चर्चाओं की प्रगति का स्वागत किया है। ऊर्जा, रक्षा और रणनीतिक प्रौद्योगिकियों जैसे क्षेत्रों में सहयोग को और गहरा करने की प्रतिबद्धता जताई गई। दोनों नेताओं ने वैश्विक व क्षेत्रीय मुद्दों पर विचार साझा किए और शांतिपूर्ण समाधान हेतु संवाद व कूटनीति का समर्थन किया।
निष्कर्ष:
यह दौरा केवल एक औपचारिक राजनयिक यात्रा न होकर, भारत-अमेरिका संबंधों को नई दिशा देने वाला मजबूत कदम रहा। भविष्य में यह दौरा द्विपक्षीय साझेदारी के एक नए युग की आधारशिला बनेगा।
-संकलनकर्ता लेखक – कर विशेषज्ञ स्तंभकार साहित्यकार अंतरराष्ट्रीय लेखक चिंतक कवि संगीत माध्यमा सीए(एटीसी) एडवोकेट किशन सनमुखदास भावनानी गोंदिया महाराष्ट्र